Hindi, asked by khemrajpradhan716, 7 hours ago

मन में लक्ष्य बनने का आशय स्पष्ट कीजिए​

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Answered by shishir303
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✎... मन में लक्ष्य भरने का आशय है कि जब भी बाजार जाओ तो मन खाली ना हो, यदि मन खाली होगा तो बाजार जाने का औचित्य नहीं है, क्योंकि मन खाली होने पर उसमें व्यर्थ की इच्छाएं आकांक्षाएं होंगी और बाजार से गैर जरूरी चीजें खरीदने का मन करेगा। इसलिए मन खाली ना लेकर मन को लक्ष्य से भर कर जाना चाहिए।

वह लक्ष्य जिसमें अनावश्यक चीजों को ना खरीदने का संकल्प निहित हो। यदि मन इस बात के लक्ष्य से भरा होगा तो बाजार फैला-फैला नजर आएगा और तब बाजार से केवल वही चीजें खरीदेंगे, जिसकी हमें वास्तव में आवश्यकता है। तब बाजार हमसे कृतार्थ होगा और आनंद देगा और बाजार का सच्चा लाभ प्राप्त कर सकेंगे।

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