Hindi, asked by roshnib2111, 6 months ago

मनुष्य अपने संकल्पों का बना हुआ है। जैसा वह संकल्प करता है, वैसा ही वह होता है। एक्लव्य ने संकल्प किया अद्वितीय धनुर्धर बनने का। उसने कहा, "यदी मेरी जिज्ञासा सच्ची होगी तो मुझे कोई भी रोक नहीं पाएगा। इतना ही नहीं, द्रोणाचार्य ही मेरे गुरु होंगे।और हुआ भी वही। स्वयं गुरु द्रोणाचार्य को उसकी कुटिया तक आना पड़ा, उसकी धनुर्विद्या हेतु सर्वोत्कृष्टता का प्रमाणपत्र देने के लिए। दृढ संकल्प वाले किस प्रकार कार्य करते हैं यह प्रहलाद के जीवन से जाना जा सकता है। ध्रुव बालक सही, पर वह आदियुग की निष्ठा और विश्वास का प्रतीक था। उसने अपने संकल्प के बल पर अविचल पद प्राप्त कर लिया । भक्तिमती शबरी भी = संकल्पनिष्ठा का अप्रतिम उदाहरण है।


1. उपर्युक्त गद्यांश का उचित शीर्षक हो सकता है .5भक्तिमती शबरी भी संकल्पनिष्ठा का अप्रतिम उदाहरण है।शब्द किस "अप्रतिम" वाक्य में " प्रकार का शब्द है?

(I know it's a bit time consuming, but please take your time to answer this. Unwanted answers will not be tolerated.)​

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Answered by ayush3802
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मनुष्य अपने संकल्पों का बना हुआ है। जैसा वह संकल्प करता है, वैसा ही वह होता है। एक्लव्य ने संकल्प किया अद्वितीय धनुर्धर बनने का। उसने कहा, "यदी मेरी जिज्ञासा सच्ची होगी तो मुझे कोई भी रोक नहीं पाएगा। इतना ही नहीं, द्रोणाचार्य ही मेरे गुरु होंगे।और हुआ भी वही। स्वयं गुरु द्रोणाचार्य को उसकी कुटिया तक आना पड़ा, उसकी धनुर्विद्या हेतु सर्वोत्कृष्टता का प्रमाणपत्र देने के लिए। दृढ संकल्प वाले किस प्रकार कार्य करते हैं यह प्रहलाद के जीवन से जाना जा सकता है। ध्रुव बालक सही, पर वह आदियुग की निष्ठा और विश्वास का प्रतीक था। उसने अपने संकल्प के बल पर अविचल पद प्राप्त कर लिया । भक्तिमती शबरी भी = संकल्पनिष्ठा का अप्रतिम उदाहरण है।

1. उपर्युक्त गद्यांश का उचित शीर्षक हो सकता है .5भक्तिमती शबरी भी संकल्पनिष्ठा का अप्रतिम उदाहरण है।शब्द किस "अप्रतिम" वाक्य में " प्रकार का शब्द है?

(I know it's a bit time consuming, but please take your time to answer this. Unwanted answers will not be tolerated.)u

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Answered by 10018kohlivirat
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I don't know it pls reply

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