मनुष्य का जीवन संघर्षों सेभरा हैयदि जीवन मेंसंघर्ष और असफलता न हो, तो सफलता के आनंद की सच्ची अनुभूति भी नहीं हो सकती। पराजय होनेपर भाग्य को दोषी ठहराना पतन की ओर लेजाता है।यदि सच्ची लगन हो और असफलता के कारणों को ढूँढ कर नए उत्साह के साथ ईमानदारी सेप्रयास जारी रखें, तो सफलता मि लना नि श्चि त है। कहा जाता हैकि दृढ़ इच्छाशक्ति वाला मनुष्य कभी असफल नहीं होता। नि रंतर संघर्ष करनेवाला व्यक्ति ही पूरी तरह नि खरता हैऔर अंत मेंवि जय प्राप्त करनेमेंसफल होता है। दूसरी ओर मन सेहार जानेवाला व्यक्ति आरंभ सेही गलत तर्क गढ़नेलग जाता हैऔर आलसी बनकर अपनेभाग्य और जीवन को कोसता रहता है। 1.यदि जीवन मेंअसफलता न हो, तो क्या अनुभव नहीं होगा? (क) सच्चा संघर्ष (ख) सच्ची सफलता (ग) सच्चा आनंद (घ) सच्चा जीवन
2.कैसा मनुष्य कभी असफल नहीं होता? (क) सच्चा (ख) अच्छा (ग) अच्छी लगन वाला (घ) दृढ़ इच्छाशक्ति वाला
3. आलसी व्यक्ति कि सेकोसता है? (क) दूसरों को (ख) भाग्य को (ग) असफलता को (घ) स्वयंको
4. उत्साह और ईमानदारी सेप्रयत्न करनेपर क्या मि लती है? (क) दौलत (ख) जायदाद (ग) असफलता (घ) सफलता
5. गद्यांश के लि ए उचि त शीर्षक छाँटि ए- (क) इच्छा (ख) जीवन और संघर्ष (ग) आलस्य (घ) मेरा जीवन
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