Social Sciences, asked by Naughtybadboy9026, 4 months ago

मनुष्य ने सबसे पहले किस धातु का उपयोग किया था.​

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Answered by ghanshyamgaurav07
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आज से 4200 ईसा पूर्व इंसान को तांबे का ज्ञान हुआ था तथा यह इंसान द्वारा प्रयोग की जाने वाली प्रथम धातु बनी। इसकी ठोस प्रवृति और आसानी से ना टूटने की क्षमता ने इंसान को इसे हथियार बनाने के लिए प्रयोग करने हेतु प्रेरित किया तथा उसने धीरे-धीरे तांबे के औजार बनाने शुरू कर दिए।

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Answered by Anonymous
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जिस काल में मनुष्य ने पत्थर के औेजारों का प्रयोग किया, उस काल के बाद ताम्र- पाषाणिक काल आया। सर्वप्रथम जिस धातु का को हथियारों/औजारो में प्रयुक्त किया गया वह थी – तांबा। ऐसा माना जाता है कि तांबे का सर्वप्रथम प्रयोग करीब 5000 ई0 पू0 में किया गया। भारत में ताम्र पाषाण काल अवस्था के मुख्य क्षेत्र दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, मध्यप्रदेश के पश्चिमी भाग, पश्चिमी महाराष्ट्र तथा दक्षिण-पूर्वी भारत में हैं। दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में स्थित बनास घाटी से सूखे क्षेत्रों में अहार एवं गिलुंड नामक स्थानों की खुदाई की गयी। मालवा, एवं एरण स्थानों पर भी खुदाई का कार्य सम्पन्न हुआ जो पश्चिमी मध्य प्रदेश में स्थित है।

खुदाई में मालवा से प्राप्त होने वाले मृदभाण्ड ताम्रपाषाण काल की खुदाई में प्राप्त अन्य मृदभाण्डो में सर्वोत्तम माने गये है। पश्चिमी महाराष्ट्र में हुए व्यापक उत्खनन क्षेत्रों में अहमदनगर के जोर्वे, नेवासा एवं दायमाबाद, पुणे, जिले में सोनगांव, इनामगांव आदि क्षेत्र सम्मिलित है। ये सभी क्षेत्र ‘जोर्वे संस्कृति' के अन्तर्गत आते है। इस संस्कृति का समय 1400-700 ई0 पू0 करीब माना जाता है। वैसे तो यह सभ्यता ग्रामीण थी पर कुछ भागों जैसे दायमाबाद उवं इनामगांव में नगरीकरण की प्रक्रिया प्रारम्भ हो गयी थी। बनासघाटी में स्थित अहार में सपाट कुल्हाड़ियां, तलबार, चूड़ियां और कई तरह के चादरें प्राप्त हुई हैं। ये सब तांबे से निर्मित उपकरण थे। अहार अथवा ताम्बवली के लोग पहले से ही धातुओं के विषय में जानकारी रखते थे। अहार संस्कृति की समय सीमा 2100 से 1500 ई0पू0 के मध्य मानी जाती है। लेकिन आज के दौर में तो विज्ञान के संसार में न जाने कितने प्रकार एवं धातु से चीजों का निर्माण हो रहा है। आज का दौर उस दौर से बहुत अधिक आगे हो गया है। लेकिन प्रचीन में प्रयोग में आई धातुओं से भी नकारा नहीं जा सकता।

कांस्य वास्तव में पहला मिश्र धातु है जिसका मानवता ने उपयोग करना शुरू किया। तीसरी सहस्राब्दी ईसा पूर्व में। ई। विभिन्न उद्देश्यों के लिए मास्टर्स ने सक्रिय रूप से तांबे का उपयोग किया। कुछ अयस्क ग्रेड में टिन का एक छोटा प्रतिशत होता है। इस सामग्री को संसाधित करते समय, लोगों ने देखा कि इस तरह का तांबा सामान्य से अधिक कठोर और कठोर है। इस प्रकार, यह एक नए ऐतिहासिक और सांस्कृतिक काल का जन्म हुआ, जिसे अब "कांस्य युग" के रूप में जाना जाता है। आगे के शोध ने टिन की खोज का नेतृत्व किया, जो विशेष रूप से उपकरण और गहने के निर्माण के लिए उच्च गुणवत्ता वाले मिश्र धातु का उत्पादन करने के लिए तांबे में जोड़ा जाने लगा।

कांस्य धातु विज्ञान ने उस समय मानव जाति द्वारा उपयोग किए जाने वाले विभिन्न उद्योगों की उत्पादकता में गुणात्मक वृद्धि की। धीरे-धीरे पिघलने में सुधार हुआ, और लोगों ने विशेष पत्थर के रूप बनाने शुरू किए, जिसमें कई उत्पादों को कई बार डाला जा सकता था। धीरे-धीरे, बंद रूपों का आविष्कार किया गया, जिसने एक जटिल संरचना और पैटर्न के साथ हथियार और सजावट बनाना संभव बना दिया।

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