मनुष्यता पर एक अनुच्छेद
Answers
HEY MATE HERE IS YOUR ANSWER..
Explanation:
मनुष्य भगवान की सबसे अद्भुत रचना है। ईश्वर ने मनुष्य को सोच और तर्क की शक्ति से सुसज्जित किया और यही कारण है कि वह अन्य जीवों से इतना अलग है। मनुष्य का पृथ्वी पर सिर्फ अस्तित्व ही नहीं है बल्कि यहाँ उपलब्ध विभिन्न संसाधनों का उपयोग करके वह अपनी पूर्णता में भी रहता है।
मनुष्य भगवान की सबसे अद्भुत रचना है। ईश्वर ने मनुष्य को सोच और तर्क की शक्ति से सुसज्जित किया और यही कारण है कि वह अन्य जीवों से इतना अलग है। मनुष्य का पृथ्वी पर सिर्फ अस्तित्व ही नहीं है बल्कि यहाँ उपलब्ध विभिन्न संसाधनों का उपयोग करके वह अपनी पूर्णता में भी रहता है।मानव प्रजातियां बंदरों और वानर से विकसित हुई हैं। प्राचीन युग के बाद से मनुष्य का विकास बहुत तेज़ी से हुआ है। उस समय के मानव की विशाल कद-काठी होती थी, वह कच्चा भोजन खाता था, गुफाओं में रहता था और पत्तियों और जानवरों की त्वचा से बने थोड़े से कपड़े पहनता था। आग का अविष्कार करने के बाद वह खाने से पहले जानवरों के मांस और सब्जियों को आग से पका कर खाने लगा। समय गुज़रने के साथ कई आविष्कार हुए। मनुष्य ने गुफाओं से बाहर आकर रहने के लिए घर बनाए। जल्द ही गांवों का गठन हुआ और फिर धीरे-धीरे कस्बें और शहर अस्तित्व में आये। परिवहन के साधन भी विकसित हुए और उन्होंने अन्य कई चीजों की भी खोज़ की। तो मूल रूप से मनुष्य के विकास के साथ कई चीजों का आविष्कार हुआ और वे भी समय गुजरने के साथ विकसित हुए।
HOPE IT HELPS
PLZ MARK AS BRAINLIEST AND FOLLOW