mann ke hare haar hai,Mann ke here Jeet essay in hindi 130 to 150 words
Answers
Answered by
2
मन के हारे हार है, मन के जीते जीत :
❇ मनुष्य की सबसे बड़ी शक्ति : मन -
मानव की सबसे बड़ी शक्ति मन है। मनुष्य के पास मन है, इसलिए वह मनुष्य है, मानुज है, मानव है। मानसिक बल पर ही मनुष्य ने आज तक की यह सभ्यता विकसित की है। मन मनुष्य को सदा किसी - न - किसी कर्म में रत रखता है।
मन के दो पक्ष : आशा - निराशा ;
धूप - छाँव के समान मानव मन के दो रूप है - आशा - निराशा। जब मन में शक्ति, तेज और उत्साह ठांठे मारता है, तो आशा का जन्म होता है। इसी के बल पर मनुष्य हज़ारों विपत्तियों में भी हँसता - मुस्कुराता है। निराश मन वाला व्यक्ति सारे साधनों से युक्त होता हुआ भी युद्ध हार बैठता है। पांडव जंगलों की धूप फांकते हुए भी जीते और कौरव राजसी शक्ति के होते हुए भी हारे, अतः जीवन में विजयी होना है तो मन को शक्तिशाली बनाओ।
" जिसने मन को जीत लिया, उसने जगत को जीत लिया"।
❇ मनुष्य की सबसे बड़ी शक्ति : मन -
मानव की सबसे बड़ी शक्ति मन है। मनुष्य के पास मन है, इसलिए वह मनुष्य है, मानुज है, मानव है। मानसिक बल पर ही मनुष्य ने आज तक की यह सभ्यता विकसित की है। मन मनुष्य को सदा किसी - न - किसी कर्म में रत रखता है।
मन के दो पक्ष : आशा - निराशा ;
धूप - छाँव के समान मानव मन के दो रूप है - आशा - निराशा। जब मन में शक्ति, तेज और उत्साह ठांठे मारता है, तो आशा का जन्म होता है। इसी के बल पर मनुष्य हज़ारों विपत्तियों में भी हँसता - मुस्कुराता है। निराश मन वाला व्यक्ति सारे साधनों से युक्त होता हुआ भी युद्ध हार बैठता है। पांडव जंगलों की धूप फांकते हुए भी जीते और कौरव राजसी शक्ति के होते हुए भी हारे, अतः जीवन में विजयी होना है तो मन को शक्तिशाली बनाओ।
" जिसने मन को जीत लिया, उसने जगत को जीत लिया"।
Similar questions