Hindi, asked by kundan6359, 11 months ago

मरजादा न लही' के माध्यम से कौन-सी मर्यादा न रहने की बात की जा रही है?

Answers

Answered by shishir303
31

‘मरजादा न लही’ के माध्यम से गोपियों ने श्री कृष्ण से प्रेम की मर्यादा ना रखने का उलाहना दिया है। जब श्री कृष्ण गोकुल छोड़कर मथुरा गए थे, तो वह गोपियों को वापस आने की बात कह कर गए थे। तब से गोपियां उनके प्रेम में, उनके विरह की आग में जल रही थीं। गोपियों ने अपनी मान-मर्यादा की परवाह ना की। समाज ने उन्हें बुरा भला कहा लेकिन उन्होंने श्री कृष्ण के प्रेम की खातिर सब कुछ सहा और जब श्री कृष्ण मथुरा चले गए तो वह बहुत समय तक वापस ना आए। बाद में उद्धव के माध्यम से गोपियों को प्रेम-साधना त्याग कर योग साधना अपनाने का संदेश भिजवाया। तब गोपियों को ऐसा लगा कि श्रीकृष्ण ने प्रेम की मर्यादा को नहीं निभाया। जिस तरह गोपियों ने उनके प्रति प्रेम का प्रदर्शन किया उसी तरह श्री कृष्ण को भी प्रेम के बदले प्रेम का ही प्रतिदान देना चाहिए था। लेकिन श्री कृष्ण ने गोपियों को प्रेम की जगह योग को अपनाने का संदेश भिजवाया। इस तरह गोपियों के अनुसार श्रीकृष्ण ने प्रेम की मर्यादा ना रखी। यही बात यहाँ पर कही जा रही है।

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Answered by ghugev638
11

Answer:

मरजादा न लही' के माध्यम से प्रेम की मर्यादा न रहने की बात की जा रही है। कृष्ण के मथुरा चले जाने पर गोपियाँ उनके वियोग में जल रही थीं।

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