marathi kathalekhan with points
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What is the question i couldnt understand
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कथालेखन - उपयोजित लेखनप्रकारामध्ये ‘कथालेखन’ हा घटक विद्यार्थ्यांच्या सृजनशील लेखनाला वाव देणारा आहे.
कल्पना, नवनिर्मिती, स्वभाषेत प्रकटीकरण हे या वयोगटाचे वैशिष्ट्यपूर्ण पैलू आहेत. कथालेखनाच्या योग्य सरावाने
भावी कथालेखक घडू शकतील.
कथाबीजानुसार कथांचे विविध प्रकार पडतात.
कथालेखन उदा.,
(१) शौर्यकथा
(२) विज्ञान कथा
(३) बोधकथा
(४) ऐतिहासिक कथा
(५) रूपककथा
(६) विनोदीकथा इत्यादी
Explanation:
मराठी कहानी कैसे लिखेंगे
(१) कहानी-
कहानी सुनाना रचनात्मकता पर आधारित एक कला है। कहानी का कथानक कहानी का जीवन है। कहानी लिखते समय
कहानी के विषय के अनुसार दैनिक अवलोकन, पढ़ना, अनुभव, रचनात्मक विचार, तर्कसंगत सोच
इसे ध्यान में रखते हुए कहानी सुननी चाहिए।
(२) कहानी सुनाना-
कहानी की शुरुआत, मध्य और अंत होनी चाहिए। कहानी की शुरुआत आकर्षक होनी चाहिए। वाक्य की बनावट
नहीं होना चाहिए संक्षिप्त छोटे वाक्य होने चाहिए। कहानी का पाठ लगातार साहसिक होना चाहिए। कहानी में
अगर सामग्री में ट्विस्ट है तो जिज्ञासा और अधिक बढ़ जाती है। कहानियों को हमेशा अतीत में लिखा जाना चाहिए।
आइए हम निम्नलिखित बिंदुओं पर विस्तार से विचार करें।
3) कहानी में घटनाएँ और पात्र-
कहानी में पात्रों और घटनाओं को कहानी के अनुसार चुना जाना चाहिए। जो कहानी को आगे ले जा सकता है। घटित होना
एक जगह लगातार चुनें। वर्ण, घटनाओं और स्थानों की विशेषताओं का विस्तार से वर्णन करें। विवरण
सचित्र होना चाहिए।