मध्य कालीन भारत में किले का क्या महत्व होता था? शत्रुओं को भरमाने या हराने के लिए किलों में क्या-क्या सामरिक उपाय अपनाए जाते थे?
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guns or apka tatia
sala bsdk samjha
मध्य कालीन भारत में किले का क्या महत्व होता था? शत्रुओं को भरमाने या हराने के लिए किलों में क्या-क्या सामरिक उपाय अपनाए जाते थे?
उत्तर : मध्य कालीन भारतीय राजाओं और राजघरानों की यह विशेषता थी की वह ऊँची मोटी प्राचीरों फसलों वह बुर्जो के साथ विशाल दुर्ग और किले बनाते थे क्योंकि ऐसे अधेहा किलों को अकसर राजा की शक्ती का प्रतीक माना जाता था| जब ऐसे किलों को आक्रमणकारी सेना द्वारा अपने कब्जे में कर लिया जाता था तो पराजित शासक की सम्पूर्ण शक्ति पर प्रभुकता छिन्न जाती थी क्योंकि उसे विजेता राजा के अधिपत्य स्वीकार करना पड़ता था|
शत्रुओं को भरमाने के लिए किलों में सामरिक उपाय:
शत्रुओं को हराने के लिए अनेक प्रकार के उपाय किए जाते थे:
- किलों का निर्माण ऊँची पहाड़ियों पर: किलों का निर्माण ऊँची पहाड़ियों पर किया जाता था ताकी इन पर चढकर सम्पूर्ण क्षेत्र पर दृष्टि रखी जा सके और आक्रमणकारियों से बचाव हो सके|
- किले के चारों और बाहरी दीवारों के एक के बाद एक-एक नई घेरे बनाए जाते थे इस दीवारों के लेकर किले में पहुंचने पर शत्रु को स्थान-स्थान पर लड़ाई लडनी होती थी|
- प्रवेश द्वारा दूर-दूर पर टेढ़े-मेढ़े ढंग से बेहद मजबूती के साथ बनाए जाते थे जिन्हें हाथियों की सहायता से भी तोड़ना और खोलना आसन नहीं था|
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भारतीय कला का परिचय कक्षा -11
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