Mujhe Bharat Ki Khoj mein se class 8 ke chapter 2 Talash ke question answer chahiye kya aapko de sakte hain mujhe
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: we can't no your question:
Answer:
प्रश्न 1: ‘आखिर यह भारत है क्या? अतीत में यह किस विशेषता का प्रतिनिधित्व करता था? उसने अपनी प्राचीन शक्ति को कैसे खो दिया? क्या उसने इस शक्ति को पूरी तरह खो दिया है? विशाल जनसंख्या का बसेरा होने क अलावा क्या आज उसके पास ऐसा कुछ बचा है जिसे जानदार कहा जा सके?’
उत्तर: भारत एक प्राचीन देश है जहाँ पर मानव सभ्यता का विकास हजारों वर्षों पहले शुरु हो चुका था। हड़प्पा सभ्यता; जो विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक है का विकास इसी भारत भूमि पर हुआ था। इस तरह से हम कह सकते हैं भारत ‘सभ्यता’ का प्रतीक है। भारत ने अपने इतिहास में अनेकों उतार चढ़ाव देखे हैं। मध्यकालीन युग में कुछ ऐसा हुआ कि भारतीयों की रचनात्मकता समाप्त हो गई। वे बाहरी दुनिया में होने वाली गतिविधियों से मुँह मोड़ने लगे। इसी कारण से भारत कहीं न कहीं पिछड़ता चला गया जिसकी परिणती अंग्रेजों के हाथों गुलामी के रूप में हुई। लेकिन भारत में जो सबसे बड़ी शक्ति थी वह थी सभी संस्कृतियों को अपने आप में आत्मसात करने की। वह शक्ति आज भी बरकरार है। आज के भारत में ढ़ेर सारी समस्याएँ हैं। लेकिन लोग अभी भी नई तकनीकि और नये बदलावों को अपनाने में पीछे नहीं हटते हैं। यही बात शायद भारत को जानदार बनाती है।
प्रश्न 2: आपके अनुसार भारत यूरोप की तुलना में तकनीकी-विकास की दौड़ में क्यों पिछड़ गया था?
उत्तर: जब यूरोप में पुनर्जागरण हो रहा था उस समय भारत रुढ़िवादिता के शिकंजे में कसता जा रहा था। जातिवाद अपनी जड़ें बुरी तरह से जमा चुका था। इसके कारण समाज का विभाजन नियत चौखटों में हो गया था। समाज के एक वर्ग का दूसरे वर्ग के साथ विचारों का आदान प्रदान लगभग बंद हो चुका था। परदा प्रथा ने समाज के कुलीन वर्गों में अपना घर बना लिया था। इससे महिलाएँ मुख्यधारा से पूरी तरह कट चुकी थीं। इन कारणों से नये ज्ञान के प्रचार प्रसार में बाधा पड़ने लगी। इसलिए यूरोप की तुलना में भारत तकनीकी-विकास की दौड़ में पिछड़ गया था।
a.आपके मन में अपनी मातृभूमि की कैसी तसवीर है?
उत्तर: मेरी मातृभूमि एक विशाल देश है जहाँ दुनिया की आबादी का एक बड़ा हिस्सा रहती है। यहाँ पर हर तरह की भौगोलिक संरचनाएँ है, हर प्रकार की ऋतुएँ आती जाती हैं। यहाँ के अधिकांश लोगों में एक अजीब सा अपनापन है। यहाँ लाखों समस्याएँ हैं, फिर भी यहाँ के लोग खुश रहने के हजारों बहाने तलाश ही लेते हैं।