Muर्तिकार मूर्ति बनाने के साथ पछूता
(संयुक्त वाक्य में वहलिए),
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इन कारीगरों का कहना है कि प्राकृतिक रंग महंगे हैं और उससे चमक भी नहीं आती. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों के अनुसार मूर्ति बनाने में केवल सूती साड़ी और आसानी से नष्ट हो जाने वाले जेवरों का ही इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके अलावा रंगों और मूर्ति बनाने के काम में आने वाली मिट्टी के उपयोग पर भी नियम बने हुए हैं.
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