Hindi, asked by pratapveersolanki, 20 days ago

निबंध 'खानपान की बदलती तस्वीर ' के आधार पर खानपान की मिश्रित संस्कृति के सकारात्मक पक्षों का विस्तार से उल्लेख कीजिए

Answers

Answered by studinesh10212
1

Answer:

plz like

Explanation:

खानपान की मिश्रित संस्कृति से लेखक का तात्पर्य सभी प्रदेशों के खान-पान के मिश्रित रूप से है। यहाँ पर लेखक यह कहना चाहते हैं कि आज एक ही घर में हमें कई प्रान्तों के खाने देखने के लिए मिल जाते हैं। लोगों ने उद्योग धंधों, नौकरियों व तबादलों व अपनी पसंद के आधार पर एक दूसरे प्रांत की खाने की चीज़ों को अपने भोज्य पदार्थों में शामिल किया है।

मेरा घर कोलकत्ता में है। मैं बंगाली परिवार से हूँ। हमारा मुख्य भोजन चावल और मछली है, लेकिन हमारे घर में चावल और मछली के अलावा दक्षिण भारतीय व्यंजन इडली, सांभर, डोसा आदि और पाश्चात्य भोजन बर्गर व नूडल्स भी पसंद किए जाते हैं। यहाँ तक कि हम बाज़ार से न लाकर इन्हें अपने ही घर में बनाते हैं।

Answered by DevendraLal
0

निबंध 'खानपान की बदलती तस्वीर ' के आधार पर खानपान की मिश्रित संस्कृति के सकारात्मक पक्षों का विस्तार से उल्लेख कीजिए-

  • लेखक का तात्पर्य सभी क्षेत्रों के भोजन और पेय के संयुक्त रूप से है जब वे कहते हैं "व्यंजनों की मिश्रित संस्कृति।" लेखक इस बात पर जोर देना चाहता है कि अब हम एक ही घर में कई प्रांतों के भोजन को देख सकते हैं।
  • लोगों ने उद्योगों, व्यवसायों और स्थानान्तरण के साथ-साथ अपनी पसंद के आधार पर अन्य प्रांतों के भोजन को अपने आहार में शामिल किया है।
  • मैं जहां रहता हूं वहां कोलकाता है। मेरा जन्म एक बंगाली परिवार में हुआ था। चावल और मछली हमारे प्राथमिक भोजन हैं, लेकिन हम दक्षिण भारतीय व्यंजनों जैसे इडली, सांबर और डोसा के साथ-साथ बर्गर और नूडल्स जैसे पश्चिमी खाद्य पदार्थों का भी आनंद लेते हैं।
  • हम उन्हें दुकान से भी नहीं खरीदते हैं; इसके बजाय, हम उन्हें घर पर बनाते हैं।
Similar questions