निबंध लेखन - धन अर्जन की अंधी दौड़ और अपेक्षित स्वास्थ्य
Answers
धन अर्जन की अंधी दौड़ और अपेक्षित स्वास्थ्य |
Explanation:
आज के सामय में इंसान का मन बहुत ही ज्यादा पैसों को लेकर विचलित हो रहा हैं | हर किसिकों सिर्फ अपना जेव भरना हैं | किसिकों किसिकी चिंता ही नहीं हैं | हर किसिकों देखो सब पैसे कमाते हुए नजर आएंगे | हालांकि जीवन को सहज तरीके से जीने के लिए पैसों की जरूरत तो हैं, परंतु इसका मतलब तो यह नहीं है की हम सिर्फ पैसों के पीछे ही भागे |
धन के अर्जन में आज इंसान इतना मगन हो गया है की, उसे किसी और बात की ठिकाना ही नहीं हैं | हद तो तब हो जाती है जब खुद इंसान पैसों के लिए अपने स्वास्थ्य के साथ खिलबाड़ करें | अगर आप गौर से आज के समय में ज़्यादातर इंसानों की दिनचर्याओं को देखेंगे तो, आपको पता चलेगा की इन सभी के दिनचर्या में कसरत और व्यायाम के लिए कोई समय ही नहीं हैं |
इसके अलावा खेद की बात यह है की, इसके कारण से रोगों को डाइबेटीस, कोलेस्ट्रॉल और दिल की बीमारियाँ भी हो रही हैं | हमारा स्वास्थ्य अंधे धन अर्जन की दौड़ में अपेक्षित हो रहा हैं और इसके बारे में सब जानकर भी इंसना कुछ भी नहीं कर रहा हैं |
कहा जाता है की, इंसान के लिए उसका स्वास्थ्य उसका सबसे बड़ा धन हैं | तो, अगर उसका सबसे अमूल्य धन ही दिन व दिन खराब होता जाएगा तो आगे क्या होगा ? सोचने की बात हैं !