नाभिकीय संलयन नाभिकीय विखंडन में अंतर
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नाभिकीय विखंडन और नाभिकीय संलयन नामक दो प्रकार की परमाणु प्रतिक्रियाएँ (Nuclear Reactions) होती हैं.
एक भौतिक प्रतिक्रिया (Physical Reaction) जो परमाणु के नाभिक में परिवर्तन का कारण बनती है उसे परमाणु प्रतिक्रिया (Nuclear Reaction) कहा जाता है और इस प्रतिक्रिया के दौरान जारी ऊर्जा को परमाणु ऊर्जा (Nuclear Energy) कहा जाता है. नाभिक का द्रव्यमान परमाणु ऊर्जा के स्रोत के रूप में कार्य करता है जो मुख्य रूप से ताप या हीट को निकालता है. परमाणु प्रतिक्रिया दो प्रकार की होती है, वो हैं:
Explanation:
नाभिकीय विखंडन और नाभिकीय संलयन नामक दो प्रकार की परमाणु प्रतिक्रियाएँ (Nuclear Reactions) होती हैं.
एक भौतिक प्रतिक्रिया (Physical Reaction) जो परमाणु के नाभिक में परिवर्तन का कारण बनती है उसे परमाणु प्रतिक्रिया (Nuclear Reaction) कहा जाता है और इस प्रतिक्रिया के दौरान जारी ऊर्जा को परमाणु ऊर्जा (Nuclear Energy) कहा जाता है. नाभिक का द्रव्यमान परमाणु ऊर्जा के स्रोत के रूप में कार्य करता है जो मुख्य रूप से ताप या हीट को निकालता है. परमाणु प्रतिक्रिया दो प्रकार की होती है, वो हैं:
उदाहरण के लिए जब यूरेनियम -235 (Uranium-235) परमाणु न्यूट्रॉन के साथ बमबारी करते हैं तो भारी यूरेनियम नाभिक तीन न्यूट्रॉन के उत्सर्जन के साथ बेरियम-139 (Barium-139) और क्रिप्टन -94 (Krypton-94) का उत्पादन करता है. इस प्रतिक्रिया में बहुत अधिक ऊर्जा भी उत्पन्न होती है क्योंकि द्रव्यमान (Mass) वर्तित हो जाता है.
इसके अलावा, एक नाभिकीय विखंडन प्रतिक्रिया में न्यूट्रॉन का उपयोग और उत्पादन भी किया जाता है. इस प्रतिक्रिया में उत्पन्न न्यूट्रॉन फिर से भारी नाभिक का विखंडन करता है और इस प्रकार चैन रिएक्शन बनती है. यदि यूरेनियम -235 के विखंडन के दौरान उत्पन्न सभी न्यूट्रॉन आगे विखंडन पैदा करते हैं, तो इतनी ऊर्जा का उत्पादन होता है कि यह नियंत्रित नहीं हो पाती और एक एटम बम (Atom Bomb) नामक एक विस्फोट हो जाता है. हालांकि, बोरोन (Boron) की रोड (Rod) का उपयोग करके नाभिकीय विखंडन प्रतिक्रिया को नियंत्रित किया जा सकता है क्योंकि बोरॉन न्यूट्रॉन को अवशोषित कर सकता है. साथ ही आपको बता दें कि परमाणु ऊर्जा संयंत्रों (Nuclear Power Plants) में बिजली उत्पन्न करने के लिए नाभिकीय विखंडन प्रतिक्रियाएं की जाती हैं.
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