नीचे लिखे गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्नोत्तर दो :-
चार-पांच बजे के करीब गांव से मील भर था, वो सुमति इंतजार करते
हुए मिले। मंगोलो का मुँह वैसे ही लाल होता है और अब वे पुरे गुस्से में
थे। उन्होंने कहा-
"मैंने दो टोकरी कंडे फूक डाले, तीन चार बार चाय
को गर्म किया।" मैंने बहुत नरमी से बोल दिया - 'लेकिन मेरा कसूर
नहीं है मित्र । देख नहीं रहे हो कैसा घोडा मुझे मिला है। मैं तो रात तक
पहुंचने की उम्मीद रखता था। 'खैर सुमति को जितनी जल्दी गुस्सा
आता था, उतना ही जल्दी वह ठंडा भी हो जाता था।
सुमति कौन थे?
lekhak lekhak Ne Kaise Dana ki Sumit gusse Mein Tha lekhak Ne der se pahunch Ne Ka Kya Karan bataen vidyansh ke Dhaar per Sumit ki visheshta bataen is gadyansh ko Lekar lekhak kaun hai
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ढःझृझःझेझेजेछैछ
Explanation:
डजःजःजेघेघेघःघः
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