नीचसङ्गेन का वर्धते ?
Answers
Answered by
0
Answer:
नीचसग्डेन दुश्शीलता वर्धते
Answered by
0
Ans. नीचसङ्गेन दुश्शीलता वर्धते |
सुवचनेन मैत्री वर्धते |
गुण: विनयेन वर्धते |
दानेन कीर्ति: वर्धते |
श्री: उद्यमेन वर्धते |
सदाचारेण विश्वास: वर्धते |
अभ्यासेन विद्या वर्धते |
अपथ्येन रोग: वर्धते |
असंतोषेण तृष्णा वर्धते |
न्यायेन राज्यं वर्धते |
सत्येन धर्म: वर्धते |
दुर्व्यसनेन कलह: वर्धते |
विनयेन गुणः वर्धते |
More Question:
विनय के पद तुलसीदास का भावार्थ
https://brainly.in/question/1183464
Similar questions