नेहरू जी ने कहा कि "मेरे खयाल से, हम सब के मन में अपनी मातृभूमि
की अलग-अलग तसवीरें हैं और कोई दो आदमी बिलकुल एक जैसा नहीं
सोच सकते।" अब आप बताइए कि-
(क) आपके मन में अपनी मातृभूमि की कैसी तसवीर है?
(ख) अपने साथियों से चर्चा करके पता करो कि उनकी मातृभूमि की
तसवीर कैसी है और आपकी और उनकी तसवीर (मातृभूमि की
छवि) में क्या समानताएँ और भिन्नताएँ हैं?
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नेहरू जी ने कहा कि "मेरे खयाल से, हम सब के मन में अपनी मातृभूमि
की अलग-अलग तसवीरें हैं और कोई दो आदमी बिलकुल एक जैसा नहीं
सोच सकते।" अब आप बताइए कि-
(क) आपके मन में अपनी मातृभूमि की कैसी तसवीर है?
(ख) अपने साथियों से चर्चा करके पता करो कि उनकी मातृभूमि की
तसवीर कैसी है और आपकी और उनकी तसवीर (मातृभूमि की
छवि) में क्या समानताएँ और भिन्नताएँ हैं?
Answer:
(क) हमारे मन में मातृभूमि की तसवीर है- भारत के विशाल मैदान, हरे-भरे खेत, नदियाँ, पर्वत यहाँ के बसने वाले लोग तथा विपत्ति में धर्म का अनुसरण करने की सीख देने वाला देश तथा इसकी ममतामयी तसवीर है।
(ख) हमारे साथियों के मन में अपने देश के प्रति अटूट लगाव है। वे अपने देश की संप्रभुता, रक्षा के लिए सदैव बलिदान देने के लिए तैयार रहते हैं। कुछ मित्र ऐसे भी हैं जो संशय में रहते हैं क्योंकि उनमें पश्चिमी सभ्यता का रंग चढ़ा हुआ है। वे विदेशों में जाकर बसना चाहते हैं। उन्हें पश्चिमी रहन-सहन और तौर तरीके पसंद हैं।