Economy, asked by nikithavhema2244, 9 months ago

निम्न आँकड़ों से बजट घाटा ज्ञात कीजिए।

Answers

Answered by arti89909
2

Explanation:

अधिकारियों के आंकड़ों की जांच उनके विभाग के शीर्ष अधिकारी करते हैं. मंजूरी के बाद इन आंकड़ों और अनुमानों को संबंधित मंत्रालयों को भेज दिया जाता है. यहां दोबारा इनकी जांच की जाती है. अंत में इन आंकड़ों और अनुमानों को वित्त मंत्रालय के पास भेजा जाता है. वित्त मंत्रालय भी इनकी जांच करता है. मौजूदा आर्थिक स्थितियों और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर इन अनुमानों का मिलान किया जाता है.

3. धन का आवंटन

पूरी सावधानी के साथ हर पहलू की समीक्षा करने के बाद वित्त मंत्रालय विभिन्न प्रशासनिक मंत्रालयों को धन आवंटित करता है. साथ ही नई कल्याणकारी स्कीमों का भी सुझाव देता है. कई बार संसाधनों के आवंटन में मंत्रालयों के बीच विवाद खड़ा हो जाता है. उस स्थिति में वित्त मंत्रालय केंद्रीय कैबिनेट या प्रधानमंत्री से विचार-विमर्श करता है. उनके फैसले अंतिम माने जाते हैं.

भविष्य के खर्चों के लिए संसाधनों का आवंटन करने के लिए केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड और केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड के साथ वित्त मंत्रालय अनुमानित कमाई की रिपोर्ट तैयार करता है. इस प्रक्रिया के दौरान वित्त मंत्रालय के तमाम विभाग भी हितधारकों (किसान, उद्योग, अर्थशास्त्री इत्यादि) के साथ विचार-विमर्श करते हैं. इसका मकसद मौजूदा स्थितियों पर और अधिक जानकारी जुटाना होता है.

इसे भी पढ़ें : बजट 2019: क्या आप इनकम टैक्स में स्टैंडर्ड डिडक्शन का मतलब जानते हैं?

4. बजट की प्रिंटिंग

परंपरागत हलवा समारोह के साथ बजट के छपने की प्रक्रिया शुरू होती है. इसमें अन्य अधिकारियों और स्टाफ के साथ वित्त मंत्री हलवा खाते हैं. इस समारोह के बाद केंद्रीय बजट के छपने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है.

इस दौरान बजट बनाने में शामिल सभी अधिकारी और स्टाफ मंत्रालय परिसर के भीतर ही रहते हैं. बाहरी दुनिया के साथ इनका संपर्क बिल्कुल कट जाता है. कारण है कि इन्हें संसद में बजट के पेश होने से पहले पता होता है कि इसमें क्या कुछ जा रहा है.

वित्त मंत्री एक तय तारीख पर संसद में बजट पेश करते हैं. बीते कुछ सालों से एक फरवरी को बजट पेश होता रहा है. चुनावी साल के दौरान इसे दो बार बनाया और पेश किया जाता है. पहले अंतरिम बजट आता है. फरवरी में मोदी सरकार ने अंतरिम बजट ही पेश किया था. इसमें अगले दो या चार महीनों के खर्च और आमदनी का अनुमान रहता है. चुनाव के बाद बाकी के साल का अंतिम बजट आता है. इसे नई सरकार पेश करती है.

हिंदी में पर्सनल फाइनेंस और शेयर बाजार के नियमित अपडेट्स के लिए लाइक करें हमारा फेसबुक पेज. इस पेज को लाइक करने के लिए यहां क्लिक करें.

READ MORE:व‍ित्त मंत्री|मोदी सरकार|बजट 2019|पूर्ण बजट|निर्मला सीतारमण|Nirmala Sitharaman|finance minister

PREVIOUS

बजट 2019: सरकार की राजकोषीय नीति के बारे में क्या ये 5 चीजें जानते हैं आप?

NEXT

क्या राजकोषीय नीति का मतलब जानते हैं आप?

ADVERTISEMENT

ईटी हिंदी › बजट 2019 › बजट गाइड›फरवरी में मोदी सरकार ने अंतरिम बजट ही पेश किया था.

ईटी हिंदी

ईटी हिंदी से

सुझावशेयर बाजारआईपीओकमोडिटीविदेशी मुद्राबांडटेक्निकल चार्ट

इंश्योरेंसपर्सनल फाइनेंसबचतनिवेशखर्चऋणटैक्सकमाईयोजनाप्रॉपर्टी

ट्रेंडिग टॉपिक

ऑड-ईवनबाबरी मस्जिद मामलानरेंद्र मोदीअयोध्या का फैसलाअयोध्या राम मंदिर निर्णयबजट प्लान का मतलबभारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरणIRCTCराम जन्मभूमि का फैसलाझारखंड विधानसभा चुनावविधानसभा चुनावसमाचारचुनावलोकसभा चुनाव

मार्केट्स/वेल्थ में टॉप पर

आईटीआर ई-फाइलिंगसेंसेक्स टुडेप्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY)EPF बैलेंस चेकपीएम जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY)AADHAAR कार्ड डाउनलोडसुकन्या समृद्धि योजना

हमारे नेटवर्क से

इकनॉमिक टाइम्सઈકોનોમિક ટાઈમ્સPune MirrorBangalore MirrorAhmedabad MirrorItsMyAscentEducation TimesBrand CapitalMumbai MirrorTimes NowIndiatimesमहाराष्ट्र टाइम्सವಿಜಯ ಕರ್ನಾಟಕGo GreenAdAge IndiaEisamayIGN IndiaIamGujaratTimes of IndiaSamayam TamilSamayam TeluguMiss KyraBombay TimesFilmipopGames AppMX PlayerNewspaper SubscriptionTimes Prime

Similar questions