निम्नलिखित अभिक्रियाओं का अपचयोपचय अभिक्रियाओं के रूप में औचित्य स्थापित करने का प्रयास करें-
(क)
(ख)
(ग)
(घ)
(ड़)
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Answer:
all the reactions are displacement reaction
निम्नलिखित अभिक्रियाओं का अपचयोपचय अभिक्रियाओं के रूप में औचित्य स्थापित निम्न रूप से किया जाता है :-
•(क) CuO(s) + H_2(g) Cu(s) + H_2O(g):-
सबसे पहले हमें इस रासायनिक प्रक्रिया मे जितने भी तत्व मिले हुए है उन सबकी ऑक्सीकरण संख्या लिखनी होंगी -
Cu =+2 , H=0 , O= -2
• यहाँ, Cuo मे Cu की ऑक्सीकरण संख्या +2 से घटकर Cu मे 0 हो गयी अतः Cuo कम होकर Cu मे बदल गया|
• साथ ही , H2 मे H की ऑक्सीकरण संख्या 0 से बढ़कर H2O मे +1 हो गयी अतः H2 बढ़कर H2O मे बदल गया, इन अभिक्रियांओ को देख कर हम कह सकते है की यह अभिक्रिया अपचयोपचय अभिक्रिया है|
•(ख) Fe2O3(s) + 3CO(g)2Fe(s)+3CO2(g):-
सबसे पहले हमें इस रासायनिक प्रक्रिया मे जितने भी तत्व मिले हुए है उन सबकी ऑक्सीकरण संख्या लिखनी होंगी -
Fe =+3, O = -2, C=+2
• यहाँ, Fe2O3 मे Fe की ऑक्सीकरण संख्या +3 से घटकर 0 हो गयी| अतः Fe2O3 रेडूस होकर Fe मे बदल गया|
• साथ ही, CO मे C की ऑक्सीकरण संख्या +2 से बढ़कर CO2 मे +4 हो गयी| इन अभिक्रियांओ को देख कर हम कह सकते है की यह अभिक्रिया अपचयोपचय अभिक्रिया है|
•(ग) 4BCl_3(g) + 3LiAlH_4(s) 2B_2H_6(g) + 3LiCl(s) + 3 AlCl_3 (s) :-
सबसे पहले हमें इस रासायनिक प्रक्रिया मे जितने भी तत्व मिले हुए है उन सबकी ऑक्सीकरण संख्या लिखनी होंगी -
B =+3, Cl = -1, Li = +1, Al = +3, H =-1
• इस रासयनिक अभिक्रिया मे, BCl3 मे B की ऑक्सीकरण संख्या +3 से घटकर B2H6 मे -3 होजाती है|
• साथ ही, LiAlH4 मे H की ऑक्सीकरण संख्या -1 से घटकर B2H6 मे +1 हो जाती है अतः इन अभिक्रियांओ को देख कर हम कह सकते है की यह अभिक्रिया अपचयोपचय अभिक्रिया है|
• (घ) 2K(s) + F2(g) ---> 2 K F (s) :-
सबसे पहले हमें इस रासायनिक प्रक्रिया मे जितने भी तत्व मिले हुए है उन सबकी ऑक्सीकरण संख्या लिखनी होंगी -
K=+1, F=-1
• इस रासायनिक अभिक्रिया मे, K की ऑक्सीकरण संख्या KF मे 0 से बढ़कर +1 होती है,
• साथ ही, F की ऑक्सीकरण संख्या F2 मे 0 से घटकर -1 होजाती है|अतः इन अभिक्रियांओ को देख कर हम कह सकते है की यह अभिक्रिया अपचयोपचय अभिक्रिया है|
•(ड़) 4 NH3(g) + 5O2(g) ---> 4NO(g) + 6H2O
सबसे पहले हमें इस रासायनिक प्रक्रिया मे जितने भी तत्व मिले हुए है उन सबकी ऑक्सीकरण संख्या लिखनी होंगी -
N =-3, +2, H =+1, O = -2, 0
• इस रासयनिक अभिक्रिया मे, NH3 मे N की ऑक्सीकरण संख्या NO मे -3 से +2 हो जाती है|
• साथ ही, O2 की ऑक्सीकरण संख्या घटकर -2 हो जाती है|अतः इन अभिक्रियांओ को देख कर हम कह सकते है की यह अभिक्रिया अपचयोपचय अभिक्रिया है|