निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर नीचे लिखे किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर लिखिए -
[1+1+1+1+1=5]
"मनुष्य के जीवन में जो आदतें पड़ जाती हैं, वे किसी-न-किसी रूप में जीवन भर बनी रहती
हैं, इसलिए बचपन से ही मितव्ययिता और बचत की आदतों का विकास आवश्यक है। कुछ बालक
जेब खर्च के लिए मिले धन से ही बचत करते हैं। पैसा बचाकर अपनी-अपनी गुल्लक जल्दी-
जल्दी भरने की उनमें होड़ लगी रहती है। कहा भी गया है कि एक-एक बूंद से सागर भरता है और
एक-एक पैसा एकत्र करने से धन संचय होता है। अतः बालकों को ऐसी प्रेरणा की आवश्यकता है,
जिससे वे नियमित रूप से बचत करने की आदत डालें और अपने लिए अनुकूल योजना को
अपनाकर धन-संचय करते रहें।"
P.T.O.
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ji avashya honi chahiye kioki bachat karna thik hai
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bachat karna bahut zaroori uske kuch kaaran iss prakar hai.
Explanation:
1: ) Bachat hamesha hi kaam aati hai.
2:) Kabhi bura waqt aa jaye tou bachat karne use kafi madad milti.
3: ) Bachat karne wale ko kabhi kisi ke aage hath nahi felana padta.
4:) Bache jo bachat karte hai wo unke aapne kaam hi aati hai wo jo chahe usse kharid sakte hai.
5:) Bachat kiye hue paise se aap kisi zaroorat mand ki madad bhi kar sakte hai.
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