निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर एक पंक्ति में प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
वाणी एक अनमोल वरदान है। कोयल अपनी मीठी वाणी से सबका मन हर लेती है, जबकि कौए की काँव-काँव किसी को अच्छी नहीं लगती । वाणी के बिना सब कुछ सूना है। मीठी वाणी का प्रभाव बहुत व्यापक होता है। मीठी वाणी से सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं। मधुर बोलने वाले का समाज में बहुत आदर होता है। मधुर भाषी के मुख से निकला एक - एक शब्द सुनने वाले के मन को लुभाता है। इसके संपर्क में आने वाला व्यक्ति उसके वश में हो जाता है। मीठी वाणी केवल सुनने वाले को ही आनंदित नहीं करती वरन बोलने वाले को भी आनंद पहुँचाती है। तुलसी ने कहा है -'मीठे वचन तैं सुख उपजत चहुँ ओर' । मृदुभाषी समाज में सद्भावना का प्रसार करता है। कटु भाषा बोलने वाले को अनेक प्रकार की हानियाँ उठानी पड़ती है। ऐसे व्यक्ति के लिए ही कहा गया है - 'खीरा मुख से काटिए मलियत नौन लगाय ।रहिमन कड़वे मुखन को चहियत यही सजाय है।' कटु भाषा का प्रयोग काम को बिगाड़ देता है जहाँ मधुर वाणी अमृत है, वहीं कटु वाणी विष है। कहा भी गया है - 'मधुर वचन है औषधि' कटु वचन है तीर।
1- वाणी की तुलना किससे की गई है ?
2- मीठी वाणी का प्रभाव कैसा होता है ?
3- कटु भाषा का प्रयोग करने से क्या होता है?
4- मृदुभाषी समाज में किस का प्रचार करता है?
प्रश्न-2- शब्द कब पद बनते हैं?
प्रश्न-3- ‘जल संरक्षण’ विषय एक आकर्षक नारा लिखिए |
Answers
Answer:
1. वाणी एक अनमोल वरदान है। कोयल अपनी मीठी वाणी से सबका मन हर लेती है, जबकि कौए की काँव-काँव किसी को अच्छी नहीं लगती ।
2. मीठी वाणी का प्रभाव बहुत व्यापक होता हैं l
3. ' कटु भाषा का प्रयोग काम को बिगाड़ देता है जहाँ मधुर वाणी अमृत है, वहीं कटु वाणी विष है।
4. मृदुभाषी समाज में सद्भावना का प्रसार करता l
2 ) मधुर भाषी के मुख से निकला एक - एक शब्द सुनने वाले के मन को लुभाता है। इसके संपर्क में आने वाला व्यक्ति उसके वश में हो जाता है।
3 ) कर लो अपने मन में निश्चय, करना है जल का संचय।
जल संरक्षण है मेरा सपना, ताकि खुशहाल बने भारत अपना।
जल संरक्षण हमारा दायित्व ही नही कर्तव्य भी है।
जल ही जीवन है, इसके बिना सब निर्जन है।
पानी को हम बचायेंगे, देश में खुशहाली लायेंगे।
Answer:
1. वाणी एक अनमोल वरदान है। कोयल अपनी मीठी वाणी से सबका मन हर लेती है, जबकि कौए की काँव-काँव किसी को अच्छी नहीं लगती ।
2. मीठी वाणी का प्रभाव बहुत व्यापक होता हैं l
3. ' कटु भाषा का प्रयोग काम को बिगाड़ देता है जहाँ मधुर वाणी अमृत है, वहीं कटु वाणी विष है।
4. मृदुभाषी समाज में सद्भावना का प्रसार करता l
2 ) मधुर भाषी के मुख से निकला एक - एक शब्द सुनने वाले के मन को लुभाता है। इसके संपर्क में आने वाला व्यक्ति उसके वश में हो जाता है।
3 ) कर लो अपने मन में निश्चय, करना है जल का संचय।
जल संरक्षण है मेरा सपना, ताकि खुशहाल बने भारत अपना।
जल संरक्षण हमारा दायित्व ही नही कर्तव्य भी है।
जल ही जीवन है, इसके बिना सब निर्जन है।
पानी को हम बचायेंगे, देश में खुशहाली लायेंगे।