निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दें I
जिस देश में प्रारंभ से ही बालकों के ह्रदयों में अपने से बड़ों के प्रति श्रध्दा तथा सम्मान का भाव जाग्रत किया जाता था, आज उसकी कैसी दशा है कि उसके छोटे-छोटे बालक बिना सोचे- समझे, जाने-बूझे, केवल इसलिए कि उन्हें किसी स्वार्थी राजनीति ने बिल्ले प्रदान कर दिए हैं, गली-गली में पार्टी का झंडा लिए हुए हैं, ऐसे व्यक्तियों को जिनके प्रति उन्हें सम्मान रखना चाहिए, मुर्दाबाद, चोर है आदि शब्द के नारे लगा रहे हैं।
आजकल राजनीतिक दलों का अपना कोई स्तर नहीं रहा। वे अपने स्वार्थ के लिए किसी भी घिनौने उपाय का उपयोग करने में संकोच नहीं करते। इससे देश का भविष्य धूमिल होता दिखाई देता है। अतएव ऐसी स्थिति में विशेष सावधानी जरूरी है।
ईश्वर रक्षा करे ऐसी दलबंदी से जिसके प्रभाव से हम जीवन के प्रथम चरण में ही विभेद, विव्देष, अपमान, अश्रध्दा की ज्वाला में जलने लगते हैं।
प्रश्न-क) आज के बालक कैसे नारे लगा रहे हैं?
प्रश्न-ख) आजकल कौनसे दलों का कोई स्तर नहीं रहा?
प्रश्न-ग) प्रथम चरण में ही हम कैसी ज्वाला में जलने लगते हैं ?
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Explanation:
प्रश्न क) आज कल के बालक मुर्दाबाद, चोर है आदि शब्द के नारे लगा रहे हैं।
प्रश्न ख) आज कल राजनीतिक दलों का कोई स्तर नहीं रहा।
प्रश्न ग) प्रथम चरण में ही हम विभेद, विव्देष, अपमान, अश्रध्दा की ज्वाला में जलने लगते हैं।
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Answer:
क) आज के bachche मुर्दाबाद, चोर अनादि के नारे लगा रहे hai
kh) आजकल राजनीतिक दलों का अपना कोई स्तर नहीं रहा।
g) प्रथम चरण में ही विभेद, विव्देष, अपमान, अश्रध्दा की ज्वाला में जलने लगते हैं।
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