निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लि
बहुत काली सिल जरा से लाल केसर से
कि जैसे धुल गई हो
स्लेट पर या लाल खड़िया चाक
मल दी हो किसी ने
(क) उक्त पंक्तियों में निहित काव्य-सौन्दर्य को स्पष्ट कीजिए।
(ख) उक्त काव्यांश के शब्द-चित्र पर टिप्पणी लिखिए।
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शाम का वक्त जब शाम जा रही होती है उसी वक्त काला अन्धेर हो जता है और सूरज लआल किरने शा जाती है
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