Hindi, asked by akashgupta04395, 8 months ago

निम्नलिखित काव्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए

माँ ने कहा पानी में झाँककर

अपने चेहरे पर मत रीझना

आग रोटियाँ सेंकने के लिए है

जलने के लिए नहीं

वस्त्र और आभूषण शाब्दिक भ्रमों की तरह

बंधन हैं स्त्री जीवन के माँ ने कहा लड़की होना

पर लड़की जैसी दिखाई मत देना।

(क) माँ बिटिया को किस अवसर पर यह सीख दे रही है और क्यों?

(ख) बिटिया को चेहरे पर रीझने के लिए मना क्यों किया जा रहा है? (ग) आग के विषय में माँ के कथन का क्या अभिप्राय है?

(घ) माँ ने आभूषणों को स्त्री जीवन के बंधन क्यों कहा है? (ङ) 'लड़की जैसी दिखाई मत देना' कथन का आशय समझाइए।​

Answers

Answered by luniaaarohi11
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Answer:

सुसंध्या

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