निम्नलिखित में से किसी एक कवि के संक्षिप्त जीवन-परिचय एवं कृतित्व पर प्रकाश डालिए–
1. कबीरदास
2. मीराबाई
3. मैथिलीशरण गुप्त
4. सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’
5. सन्त रैदास
Answers
कबीरदास मीराबाई और मैथिलिशरण गुप्त आदि यहॉ दिया गया है।
उत्तर:
"कबीरदास"
संत कबीरदास हिंदी साहित्य के भक्ति काल के एकमात्र ऐसे कवि हैं जिन्होंने समाज और लोगों की प्रचलित लफ्फाजी का उपहास करते हुए अपना जीवन व्यतीत किया। वह कर्म प्रधान समाज के सदस्य हैं और उनका कार्य स्पष्ट रूप से इस बात को दर्शाता है। यह ऐसा था जैसे उनका पूरा जीवन केवल बड़े अच्छे के लिए था। कबीर के पास वास्तव में एक सच्चा विश्व प्रेमी अनुभव था । उनके शरीर की सबसे बड़ी बात थी उनकी अविश्वसनीय गति और कुशाग्रता । कबीर एक ऐसी शख्सियत हैं जिन्हें भारतीय समाज में जागरण युग की शुरुआत करने का श्रेय दिया जाता है। कबीरदास के जन्म के बारे में कई कहानियां प्रचलित हैं । कबीर पंथ की मान्यता है कि कबीर का जन्म लहरतारा तालाब में उत्पन्न एक सुंदर कमल के फूल के रूप में काशी में हुआ था । एक बच्चे के रूप में, वह उठ गया । कहा जाता है कि वे मुस्लिम पैदा हुए थे और कम उम्र में ही स्वामी रामानंद से प्रभावित थे, उन्होंने हिंदू धर्म को समझना शुरू कर दिया था। एक दिन कबीर पंचगंगा घाट की सीढ़ियों पर सवा घंटे रुके। रामानन्द जी गंगा स्नान करने के लिए सीढि़यों से उतर रहे थे कि कबीर के शरीर पर कदम रखा । कबीर का शरीर गिर गया , जिससे रामानंदजी उसके साथ गिर पड़े । उनके मुख से 'राम-राम' शब्द तुरन्त निकला । कबीर ने राम को वही दीक्षा-मंत्र दिया।
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