निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 125 शब्दों में दीजिए:
(i) मानचित्र प्रक्षेप का वर्गीकरण करने के आधार की विवेचना कीजिए तथा प्रक्षेपों की मुख्य विशेषताएँ बताइए।
(ii) कौन-सा मानचित्र प्रक्षेप नौसंचालन उद्देश्य के लिए बहुत उपयोगी होता है? इस प्रक्षेप की सीमाओं एवं उपयोगों की विवेचना कीजिए।
(iii) एक मानक अक्षांश वाले शंकु प्रक्षेप के मुख्य गुण क्या हैं तथा उसकी सीमाओं की व्याख्या कीजिए।
Answers
Explanation:
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निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर इस प्रकार है:
(i) मानचित्र प्रक्षेप का वर्गीकरण करने के आधार की विवेचना कीजिए तथा प्रक्षेपों की मुख्य विशेषताएँ बताइए।
मानचित्रों के अनेक प्रकार के आधार पर भी वर्गीकृत किया जा सकता है | जैसे की एक राजनितिक , मानचित्र , एक महाद्वीप|
भौतिक मानचित्र लक्षणों जैसे उच्चावच , मृदा ,अपवाह जलवायु के तत्वों तथा वनस्पति आदि|
सांस्कृतिक मानचित्र मानव निर्मित लक्षणों को दर्शाते है | इस में विभिन्न प्रकार के मानचित्र होते है| जैसे जनसंख्या , वृदि लिंग , आयु |
राजनितिक मानचित्र यह मानचित्र प्रशासनिक इकाई के योजना और प्रबंधन में मदद करते है|
मानचित्र प्रक्षेप का वर्गीकरण करने के आधार
- मानचित्र प्रक्षेप की बनाने की तकनीकी के आधार पर प्रक्षेपों को दो वर्गों में विभाजित किया जाता है| संदर्श , असंदर्श तथा रूढ़ अथवा गणितीय प्रक्षेप|
- विकासनीय पृष्ठ के गुणों के आधार पर प्रक्षेपों को बेनली , शंकु तथा प्रक्षेपों में वर्गीकृत किया जाता है|
- भूममंडलीय गुणों के आधार पर प्रक्षेपों को समक्षेत्र प्रक्षेप , यथाकृतिक प्रक्षेप, समदुरस्थ प्रक्षेप में वर्गीकृत किया जाता है|
- प्रकाश के स्त्रोत की स्थिति के आधार पर प्रक्षेपों को नोमानिक , त्रिविम और लंबकोणीय प्रक्षेपों में वर्गीकृत किया जाता है |
- ग्लोब की सतह को स्पर्श करने की स्थिति के आधार पर प्रक्षेपों को अभिलंब प्रक्षेप तथा ध्रुवीय प्रक्षेप में वर्गीकृत किया जाता है|
प्रक्षेप की मुख्य विशेषताएँ
- यह न तो समक्षेत्र है और न ही शुद्ध आकृति|
- अक्षांश रेखाएं समान दूरी पर खिंची संकेंद्रीय वृतों की चाप होती है और देशांतर रेखाएं समान कोणात्मक अंतरालों पर खिंची अरिय रेखीय होती है|
- केंद्र या ध्रुव से प्रत्येक बिंदु अपनी यथार्थ दूरी पर तथा शुद्ध दिशा में स्थित होता है|
- अक्षांशीय मापक शुद्ध नहीं होता है , यह मानक अक्षांश से परे तेज गति से बढ़ता जाता है| देशांतरीय मापक सर्वत्र शुद्ध रहता है|
(ii) कौन-सा मानचित्र प्रक्षेप नौसंचालन उद्देश्य के लिए बहुत उपयोगी होता है? इस प्रक्षेप की सीमाओं एवं उपयोगों की विवेचना कीजिए।
मर्केटर प्रक्षेप नौसंचालन उद्देश्य के लिए बहुत उपयोगी होता है|
मर्केटर प्रक्षेप की विशेषताएँ:
- याम्योतर और अक्षांशों के सहारे मापनी का विस्तार उच्च अक्षांशों पर तीव्रता से बढ़ता है| जी के परिणाम स्वरूप , ध्रुव के निकटवर्ती देशों को आकर उनके वास्तविक आकर से अधिक हो जाता है |
- इस प्रक्षेप में धुर्वों को प्रदर्शित नहीं किया जा सकता है , क्योंकि 90 डिग्री समांतर और यम्योतर रेखाएं अनंत होती है|
मर्केटर प्रक्षेप का उपयोग :
- मर्केटर प्रक्षेप यह विश्व के मानचित्र के लिए बहुत उपयोगी है| तथा एटलस मानचित्रों को बनाने में इसका उपयोग किया जाता है|
- मर्केटर प्रक्षेप यह समुद्र और वायु मार्गों पर नोसंचालन के लिए बहुत उपयोगी है|
- मर्केटर प्रक्षेप अपवाह प्रतिरूपों , समुद्री धाराओं , तापमान , पवनों और उनकी दिशाओं , पूरे विश्व से वर्षा का वितरण आदि को मानचित्र पर दर्शाने के लिए यह उपयुक्त है|
(iii) एक मानक अक्षांश वाले शंकु प्रक्षेप के मुख्य गुण क्या हैं तथा उसकी सीमाओं की व्याख्या कीजिए।
एक मानक अक्षांश वाले शंकु प्रक्षेप के मुख्य गुण
- सभी अक्षांशों के समांतर वृतों के चाप होते है तथा उन के बीच दूरी बराबर होती है|
- सभी यम्योतर रेखाएं सीधी होती है , जो धुर्वों पर मिल जाती है | यम्योतर समांतर को समकोण पर काटती है|
- सभी यम्योतर की मापनी सही होती है , अथार्त यम्योतरों पर सारी दूरियाँ सही होती है|
- एक वृत्त का चाप ध्रुव को दर्शाता है|
- मानक समांतर पर मापनी शुद्द होती है , लेकिन इससे यह विकृत हो जाती है|
- यम्योतर धुवों के निकट जाते हुए एक-दूसरे के समीप आ जाते है|
- यह प्रक्षेप न तो समक्षेत्र है तथा न ही यथाकृतिक|
सीमाएं
- यह विश्व मानचित्र के लिए उपयुक्त नहीं है , क्योंकि जिस गोलार्ध में मानक अक्षांश वृत्त चुना जाता है| उस के विपरीत गोलार्द्ध में चरम विकृत होती है|
- जिस गोलार्द्ध में यह बनाया जाता है, उसके लिए भी यह उपयुक्त नहीं है , क्योंकि उस में भी ध्रुव पर तथा विषुवत वृत्त के पास विकृत होने के कारण इसका उपयोग बड़े क्षेत्र को प्रदर्शित करने के लिए अनुपयुक्त है|
भूगोल में प्रयोगात्मक कार्य पाठ से संबंधित प्रश्न
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निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दें।
(क) स्थलाकृतिक मानचित्र क्या होते हैं?
(ख) भारत की स्थलाकृतिक मानचित्र बनाने वाली संस्था का नाम बताइए तथा इसके मानचित्रों में प्रयुक्त मापनियों के विषय में बताइए।
(ग) भारतीय सर्वेक्षण विभाग हमारे देश के मानचित्रण में किन मापनियों का उपयोग करता है?
(घ) समोच्च रेखाएँ क्या हैं?
(ङ) समोच्च रेखाओं के अंतराल क्या दर्शाते हैं?
(च) रूढ़ चिह्न क्या हैं?