संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिए-
(क) समोच्च रेखाएँ
(ख) स्थलाकृतिक शीट में उपांत सूचनाएँ
(ग) भारतीय सर्वेक्षण विभाग
Answers
Answer:
frddg4rg
Explanation:
- rtstfu7fxyc
- ted
- tawy6
- rrl7e
संक्षिप्त टिप्पणियाँ इस प्रकार है:
(क) समोच्च रेखाएँ = समोच्च रेखा माध्यम समुद्र तल से समान ऊंचाई वाले बिन्दुओं को मिलाने वाली काल्पनिक रेखा होती है| वह मानचित्र , जो भू-आकृति को समोच्च रेखाओं द्वारा दर्शाता है, समोच्च रेखा मानचित्र कहलाता है| उच्चावच लक्षणों को समोच्च रेखा के द्वारा दर्शाना अत्यधिक उपयोगी और लोकप्रिय विधि है| मानचित्र पर समोच्च रेखाएं क्षेत्र की स्थलाकृति को समझने की सब से उपयोगी विधि है|
- समोच्च रेखाएं मानचित्रों में समान ऊंचाई वाले स्थानों को मिलाते हुए खिंची जाती है|
- दो समोच्च रेखाओं के मध्य का अंतर सदैव समान रहता है|
- दो समोच्च रेखाएं एक दूसरे को कभी नहीं काटती है|
- समोच्च रेखा उस स्थान की वास्तविक ऊंचाई को प्रकट करती है|
- समोच्च रेखाएं पूर्ण होती है| इन्हें खण्ड रेखाओं के रूप में प्रदर्शित नहीं किया जाता है|
(ख) स्थलाकृतिक शीट में उपांत सूचनाएँ
मानचित्र की सीमाओं पर लिखी गई सूचनाओं को उपांत सूचनाएं कहते है| इस में स्थलाकृति शीट संख्या , इसकी स्थिति , डिग्री और मिनट में इसका विस्तार , मापनी और सम्मिलित जिले आदि की सूचनाएं होती है|
1.प्रारम्भिक सूचनाएं :
राज्य का नाम , जिले का नाम तथा अक्षांशीय और देशान्तरीय विस्तार दिया जाता है|
सर्वेक्षण वर्ष और प्रकाशन की तिथि
पत्रक की संख्या
पत्रक का मापक
ग्रिडे तथा चुम्बकीय दिक्पात
प्रशासकिय विभाग
- उच्चावच और जल प्रवाह
- प्राकृतिक वनस्पति
- सिंचाई के साधन
- यातायात के साधन
- जनसंख्या का वितरण
- मानव अधिवास
- उद्योग -धन्धे
- सभ्यता और संस्कृति
- ऐतिहासिक स्वरूप |
भूगोल में प्रयोगात्मक कार्य पाठ से संबंधित प्रश्न
https://brainly.in/question/15944819
अंतर स्पष्ट कीजिए-
(i) विकासनीय एवं अविकासनीय पृष्ठ
(ii) सम-क्षेत्र तथा यथाकृतिक प्रक्षेप
(iii) अभिलंब एवं तिर्यक प्रक्षेप
(iv) अक्षांश के समांतर एवं देशांतर के याम्योत्तर