Hindi, asked by zualar2059, 10 months ago

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 20-30 शब्दों में लिखिए: (क) महादेवी वर्मा की कविता में ‘दीपक’ और ‘प्रियतम’ किनके प्रतीक हैं? (ख) ‘पर्वत प्रदेश में पावस’ कविता के आधार पर पर्वत के रूप-स्वरूप का चित्रण कीजिए| (ग) बिहारी ने ‘जगतु तपोबन सौ कियौ’ क्यों कहा है?

Answers

Answered by chandrashekharrai
1

Answer:

sorry guys I can't help you ........

#134##############

Answered by babundkumar45
4

Answer:

उत्तर नीचे दिया गया है

Explanation:

(क) दीपक कवियत्री के मन की आस्था का प्रतीक है और प्रियतम कवियत्री के आराध्य परमात्मा का प्रतीक है| कवियत्री अपने आस्था रुपी दीपक को सदैव प्रज्जवलित रहने को कह रही है ताकि परमात्मा अर्थात प्रियतम के समीप जाने का पथ हमेशा आलोकित रहे |

(ख) मेखलाकार पर्वत अर्थात पर्वत करघनी के आकर का है जिसके चरणों में एक पारदर्शी दर्पण रुपी ताल है| पर्वत अपना महाकार प्रतिबिम्ब ताल में अपने सहस्त्र रुपी सुमनो से निहार कर अचंभित हो रहा है| मोती की मालाओं के सामान सुन्दर झरने कल-कल की ध्वनि कर पर्वत के गुणगान गाते हुए प्रतीत होती है| वर्षा होने पर पर्वत बादलों से घिर जाता है तो ऐसा प्रतीत होता है जैसे पंख लगा कर उड़ गया हो |

(ग) तपोबन अर्थात जहाँ तपस्वी तपस्या करते हैं| बिहारी जी ने इस जगत को तपोबन कहा है क्यूंकि इस जग में गर्मी के कारण दुश्मन भी एक साथ रह कर इस गर्मी से अपनी रक्षा करने के लिए प्रथासरत है| यहाँ भी प्राणी गर्मी से बचने के लिए कठोर तपस्या कर रहे हैं इसलिए यह जगत एक तपोबन है |

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