निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए −
मृत्यु के अवसाद को देखकर कर्नल खुल्लर ने क्या कहा?
Answers
Answered by
42
उत्तर :
मृत्यु के अवसाद को देखकर कर्नल खुल्लर ने कहा था कि ऐसे एवरेस्ट जैसे साहसपूर्ण अभियानों में होने वाली मृत्यु को सहज रूप से स्वीकार किया जाना चाहिए।
** ‘एवरेस्ट विजय’ बछेंद्री पाल द्वारा रचित उनकी अपनी रोमांचक पर्वतारोहण यात्रा का संपूर्ण विवरण है। इसमें से कुछ अंश ‘एवरेस्ट मेरी शिखर यात्रा’ पाठ के रूप में प्रस्तुत किया गया है। ‘एवरेस्ट विजय’ में अपनी रोमांचक पर्वतारोहण यात्रा का संपूर्ण विवरण बछेंद्री पाल ने अत्यंत ही सहज तथा बोलचाल की भाषा में लिखा है। लेखिका ने इस पाठ ‘एवरेस्ट मेरी शिखर यात्रा’ में अपने एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचकर तिरंगा झंडा लहराने का वर्णन किया गया है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
मृत्यु के अवसाद को देखकर कर्नल खुल्लर ने कहा था कि ऐसे एवरेस्ट जैसे साहसपूर्ण अभियानों में होने वाली मृत्यु को सहज रूप से स्वीकार किया जाना चाहिए।
** ‘एवरेस्ट विजय’ बछेंद्री पाल द्वारा रचित उनकी अपनी रोमांचक पर्वतारोहण यात्रा का संपूर्ण विवरण है। इसमें से कुछ अंश ‘एवरेस्ट मेरी शिखर यात्रा’ पाठ के रूप में प्रस्तुत किया गया है। ‘एवरेस्ट विजय’ में अपनी रोमांचक पर्वतारोहण यात्रा का संपूर्ण विवरण बछेंद्री पाल ने अत्यंत ही सहज तथा बोलचाल की भाषा में लिखा है। लेखिका ने इस पाठ ‘एवरेस्ट मेरी शिखर यात्रा’ में अपने एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचकर तिरंगा झंडा लहराने का वर्णन किया गया है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
Answered by
44
मृत्यु के अवसाद को देखकर कर्नल खुल्लर ने कहा कि एवरेस्ट जैसे महान अभियान में खतरों को और कभी-कभी तो मृत्यु भी आदमी को सहज भाव से स्वीकार करना चाहिए।
Similar questions