निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए −
सरकारी नौकरी छोड़ने के पीछे रामन् की क्या भावना थी?
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उत्तर :
रामन् ने सरकारी नौकरी इसलिए छोड़ दी थी क्योंकि वह मानते थे कि सरस्वती की साधना सरकारी नौकरी की सुख सुविधाओं से अधिक आवश्यक है।रामन् कि दिली इच्छा थी कि वह आजीवन शोध कार्य करते रहें । जब उन्हें विश्वविद्यालय के प्रोफेसर के पद पर काम करने का निमंत्रण मिला तो उन्होंने यह प्रस्ताव स्वीकार कर लिया क्योंकि विश्वविद्यालय में उन्हें पढ़ने पढ़ाने के साथ-साथ शोध कार्य करने के अवसर भी मिल सकते थे।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
रामन् ने सरकारी नौकरी इसलिए छोड़ दी थी क्योंकि वह मानते थे कि सरस्वती की साधना सरकारी नौकरी की सुख सुविधाओं से अधिक आवश्यक है।रामन् कि दिली इच्छा थी कि वह आजीवन शोध कार्य करते रहें । जब उन्हें विश्वविद्यालय के प्रोफेसर के पद पर काम करने का निमंत्रण मिला तो उन्होंने यह प्रस्ताव स्वीकार कर लिया क्योंकि विश्वविद्यालय में उन्हें पढ़ने पढ़ाने के साथ-साथ शोध कार्य करने के अवसर भी मिल सकते थे।
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Answer:
उत्तर:- सरकारी नौकरी छोड़ने के पीछे रामन् की यह भावना थी कि उनके लिए सरस्वती की साधना सरकारी सुख-सुविधाओं से कहीं अधिक महत्वपूर्ण थी।
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