निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए।
(i) जैव विविधता क्या है? यह मानव जीवन के लिए क्यों महत्त्वपूर्ण है?
(ii) विस्तारपूर्वक बताएँ कि मानव क्रियाएँ किस प्रकार प्राकृतिक वनस्पतिजात और प्राणिजात के ह्रास के कारक हैं?
Answers
उत्तर :
(i) जैव विविधता :
पृथ्वी पर सूक्ष्म जीव, बैक्टीरिया, लाइकेन से लेकर वट वृक्ष ,नीली व्हेल आदि अनेक जीव पाए जाते हैं। मानव भी इनमें से एक है। पेड़ पौधों में व्यापक विविधता दिखाई देती है। यह जीव जंतुओं तथा पेड़ पौधे अपने अस्तित्व के लिए एक दूसरे पर निर्भर है। जीवों में पाई जाने वाली इसी विविधता को जैव विविधता कहते हैं।
यह मानव जीवन के लिए निम्न प्रकार से महत्त्वपूर्ण है :
१.विविध प्रकार के जीव जंतु और वनस्पति वायु को शुद्ध करते हैं जिसमें हम सांस लेते हैं।
२.वे पीने के पानी की गुणवत्ता बढ़ाते हैं।
३.मिट्टी को समृद्ध बनाते हैं जिसमें हम भोजन उगाते हैं।
४.वह पारिस्थितिक संतुलन को बनाए रखते हैं।
(ii) मानव क्रियाएँ निम्न प्रकार से प्राकृतिक वनस्पतिजात और प्राणिजात के ह्रास के कारक हैं :
(क)मनुष्य ने अपने आवास, कृषि के विस्तार तथा उद्योगों की स्थापना के लिए वनों का विनाश किया है। फलस्वरूप कई वन्य प्राणियों के आवास नष्ट हो गए हैं और वे विलुप्त हो गए है या विलुप्त होते जा रहे हैं।
(ख)मनुष्य द्वारा कृषि की विशिष्टीकरण का भी पादपों तथा वन्य प्राणियों पर बुरा प्रभाव पड़ा है। वास्तव में मनुष्य अपने लाभ को ध्यान में रखकर विशेष प्रकार की फसल अथवा पेड़ पौधे उगाने पर बल देने लगा है। इससे अन्य पेड़ पौधों की अवहेलना हुई है जिससे उनकी प्रजातियां समाप्त होती जा रही है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।