History, asked by maahira17, 11 months ago

निम्नलिखित पर एक लघु निबंध लिखिए (लगभग 250-300 शब्दों में) राजत्व के मुग़ल आदर्श का निर्माण करने वाले तत्वों की पहचान कीजिए।

Answers

Answered by nikitasingh79
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राजत्व के मुग़ल आदर्श का निर्माण तीन तत्वों से होता था जो निम्नलिखित है -  

(1) एक दैवीय प्रकाश :  

राजत्व का प्रमुख स्रोत एक दैवीय प्रकाश था । मुगलकालीन दरबारी इतिहासकारों के अनुसार मुगल राजाओं ने सीधे ईश्वर से शक्ति प्राप्त की थी । इस दृष्टि से पदानुक्रम में मुगल राजत्व को अबुल फजल ने सबसे उचित स्थान पर रखा। इरानी सूफी शिहाबुद्दीन सुहरावर्दी ने इस विचार को सबसे पहले प्रस्तुत किया था । अबुल फजल इससे बहुत प्रभावित हुआ। इस के अनुसार एक पदानुक्रम के अंतर्गत यह दैवीय प्रकाश राजा में से संप्रेषित होता था । इस प्रक्रिया के पश्चात राजा अपनी प्रजा का आध्यात्मिक मार्गदर्शक बन जाता था।

(2) सुलह - ए - कुल :

मुगल दरबारी इतिहासकारों के अनुसार बादशाह धर्म सहिष्णु होते थे और साम्राज्य के अंदर न्याय और सुव्यवस्था बनाए रखने के लिए विभिन्न धर्मों के समुदायों के बीच मध्यस्थता करते थे। विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच सम्राट की मध्यस्थता ही सुलह ए कुल की नीति कहलाई।

इसकी शुरुआत मुगल बादशाह अकबर के द्वारा की गई थी । मुगलकालीन लगभग सभी इतिवृत्त साम्राज्य को हिंदुओं ,जैनों , जरथ्रुष्टियों  और मुसलमानों जैसे विभिन्न धार्मिक समुदायों को समाविष्ट किए हुए साम्राज्य के रूप में जनता के सामने प्रदर्शित करते हैं।

(3) न्याय पूर्ण प्रभु सत्ता :  

अबुल फजल ने न्याय पूर्ण प्रभुसत्ता को सामाजिक अनुबंध के रूप में स्वीकार किया है। उसके अनुसार , केवल न्यायपूर्ण सम्राट ही शक्ति और दैवीय मार्गदर्शन के साथ इस अनुबंध का सम्मान कर पाते थे। न्याय के विचार को मुगल फैशन में सबसे अच्छा सद्गुण माना गया है। मुगलकालीन चित्रों में शेर और बकरी को साथ साथ बैठे हुए दिखाया गया है जो कि शांति का प्रतीक माना जाता था । इस चित्र का प्रमुख उद्देश्य यह दिखाना था कि राज्य में कमजोर और ताकतवर एक साथ शांतिपूर्वक रह सकते हैं।

'बादशाहनामा' नामक सचित्र इतिवृत्त में बादशाह के सिंहासन के ठीक नीचे ऐसे प्रतीक का अंकन किया गया है। इन तीनों तत्वों ने मुगल राजत्व के सिद्धांत को  बल प्रदान किया तथा मुगल बादशाहों ने राजत्व के सिद्धांत का अनुसरण कर अपने साम्राज्य को दृढ़ता प्रदान की।  

आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।

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Answered by Anonymous
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Answer:

राजत्व के मुग़ल आदर्श का निर्माण करने वाले तत्वों में सुलह-ए-कुल की नीति का महत्त्वपूर्ण स्थान था।

  • राज्य के लौकिक स्वरूप को स्वीकार करना तथा धार्मिक सहनशीलता की नीति का अनुसरण करना मुगलों के राजत्व सिद्धान्त की सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण विशेषता थी।

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