निम्नलिखित पद्मांशों की ससंदर्भ व्याख्या कीजिये :
1. नैना वह छवि नाहिन भूलै।
दया भरी चह“ँ टिसि की चितवनि नैन कमल दल फूले।
वह आवनि वह हंसनि छबीली वह मुस्कनि चित चोरे।
वह बतरानि मुरलि हरि की वष्ठ देखन चह्ूँ कोरे।
वह धीरी गति कमल फिरावन कर लै गायन पाछे।
वह बीरी मुख वेनु बजावति पीत पिछौरी काछे।
Answers
Answered by
4
Explanation:
इस पंक्ति मे कृण जी के गाथाओ का वर्णन किया गया है और उनकी सुन्दरता का वर्णन है
Similar questions