निम्नलिखित पद्यांश की सन्दर्भ सहित व्याख्या कीजिए और काव्यगत सौन्दर्य स्पष्ट कीजिए–
उस आगत को जो कि अनागत दिव्य भविष्य
जिनकी पावन ज्वाला में सब पाप हविष्य !
सब स्वतन्त्र, सब सुखी जहाँ पर सुख विश्राम
नवयुग के उस नव प्रभात की किरण ललाम !
उस मंगलमय दिन को मेरे कोटि प्रणाम !
सर्वोदय हँस रहा जहाँ, सुख शान्ति प्रकाम !
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Mujhe Hindi nahi Pata any other language please
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bhai itna hard hindi .. kaha se sikha pahile batao
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