Hindi, asked by thakremaya55, 9 months ago

निम्नलिखित पद्यांश की सप्रसंग व्याख्या कीजिएसतगुरु की महिमा अनंत अनंत किया उपकार लोचन आनंद तो गाड़िया अनंत दिखाओ अन्हार राम नाम के पट तेरे देवों को कुछ नहीं ​

Answers

Answered by kpshroti79
1

Explanation:

लोचन अनंत उघाड़िया, अनैत दिखावणहार।।2।।

दीपक दीया तेल भरि, बाती दई अषट।

पूरा किया बिसाहुण, बहुरि न आव ट।।3।।

बड़े थे परि ऊबरे, गुर की लहरि चमकि।

भेरा देख्या जरजरा, ऊतरि पड़े फरकि।।4।।

चिंता तौ हरि नाँव की, और न चिन्ता दास्।।

जे कछ चितवै राम बिन, सोइ काल की पास।।5i।

1

Similar questions