नेपोलियन बोनापार्ट पर निबन्ध | Write an Essay on Napoleon Bonaparte in Hindi
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नेपोलियन बोनापार्ट
नेपोलियन बोनापार्ट का नाम हम सब इतिहास में पढ़ चुके हैं। इतिहास के पन्नों में अपने कर्मों से नाम दर्ज करवाया है नेपोलियन बोनापार्ट ने। नेपोलियन साहब का एक प्रसिद्ध उद्धरण था--
'' अंजानी राहों में वीर ही बढ़ा करते हैं
कायर तो परिचित राहों में तलवार चलाते हैं।"
आप जानते हैं बोनापार्ट एक साधारण से सेनापति से सम्राट कैसे बनें। वह अपने आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत से फ्रांस के सम्राट बनें। नेपोलियन का मानना था कि जिंदगी में तकलीफ तो आएंगे ही मगर हम तकलीफ़ से समझौता नहीं कर सकते। हम लड़ेंगे तो अवश्य जीतेंगे। इसलिए नेपोलियन हर एक युद्ध में विजय हासिल करते गए और लोगों के दिल में राज करते गए।
इनका जन्म १५ अगस्त १७६९ को फ्रांस में हुआ। इनके पिता का नाम कार्लों बोनापार्ट था और माता का नाम लेटेज़िया रेमोलिनो था। इनका विवाह मेरी लूयिस से हुआ।
बोनापार्ट जिंदगी में हार मानने वाले लोगों को बेवकूफ समझते थे। वह कभी डरते नहीं थे। वे हर चुनौती को स्वीकार करते थे और जोखिम काम करना उनका जूनून था।
एक बार युद्ध के लिए उनको एल्पिनो पहाड़ पर से गुजरना था और युद्ध भूमि में लड़ना था। मगर स्थानिय लोगों के मुताबिक एल्पिनों पहाड़ को पार करना खतरे से खाली नहीं था क्योंकि उस पहाड़ को पार करके कोई भी वापस नहीं लौटता। बस यह बात सुनकर नेपोलियन अपने सेना के साथ युद्ध के लिए निकल पड़े और अंत में विजय प्राप्त कर लौट आएं।
यदि उनमें जूनून न होता तो वह हार जाते और इतिहास में उनका नाम न होता। यही सब कारणों से वह आज फ्रांस के सम्राट के नाम से जाने जाते हैं। नेपोलियन की लंबाई कम थी इसलिए इनको Little corporus भी कहा जाता था।
आशा है कि आपको यह निबंध पसंद आया है।