नेत्र की समंजन क्षमता से क्या अभिप्राय है?
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उत्तर :
नेत्र की समंजन क्षमता (power of accommodation) - अभिनेत्र लेंस की वह क्षमता(power) जिसके कारण वह अपनी फोकस दूरी (f) को समायोजित कर लेता है ,समंजन क्षमता कहलाती है।
जब अभिनेत्र लेंस की पक्ष्माभी पेशियों (ciliary muscles) शिथिल होती है तो अभिनेत्र लेंस पतला हो जाता है और अभिनेत्र लेंस की वक्रता(R) कम जाती है और यह पतला हो जाता है उसकी फोकस दूरी(f) बढ़ जाती है और हमें दूर की वस्तु कुछ साफ़ दिखाई देने लगती है।
जब हम अभिनेत्र लेंस की पक्ष्माभी पेशियों(ciliary muscles) को सिकोड़ लेते हैं तो अभिनेत्र लेंस की वक्रता बढ़ जाती है और यह मोटा हो जाता है जिसका कारण लेंस की फोकस दूरी घट जाती है और हम निकट की वस्तु को साफ-साफ दिखाई देने लगती है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।
Answer:
आँख द्वारा अपने सिलियरी पेशियों के तनाव को घटा -बढ़ा कर अपने लेंस की फोकस -दूरी को बदलकर दूर या निकट की वस्तु को साफ -साफ देखने की क्षमता को समंजन क्षमता कहते हैं|