India Languages, asked by brijesh1887, 1 year ago


नाट्यशास्त्र के प्रणेता है।
(अ) भामह (ब) भरतमुनि
(स) व्यास (द) दण्डी
प्रणम्य शिरसा देवौ पितामहमहेश्वरौ । यह किस ग्रन्थ का मंगलाचरण है।
(अ) रघुवंश का (ब) नाट्यशास्त्र का
(स) दशरूपक का (द) काव्यालंकार का
नाट्यशास्त्र के द्वितीय अध्याय में शिव की किस मूर्ति की स्तुति की है।
(अ) वायुमूर्ति की (ब) जलमूर्ति की
(स) अग्निमूर्ति की (द) पृथ्वीमूर्ति की
नाट्यगृह का निरूपण नाट्यशास्त्र के अध्याय में है।
(अ) प्रथम (ब) द्वितीय
(स) तृतीय (द) चतुर्थ
अवस्थानुकृति को कहते है।
(अ) अभिनय (ब) नाट्य
(स) रूपक (द) नाटक
दशरूपक में किस नाम से ग्रथ का विभाजन है।
(अ) अध्याय (ब) परिच्छेद
(स) प्रकाश (द) उल्लास

Answers

Answered by shishir303
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नाट्य शास्त्र के प्रणेता हैं..

(ब) भरत मुनि

प्रणम्य शिरसा देवौ पितामहमहेश्वरौ । यह किस ग्रन्थ का मंगलाचरण है।

(ब) नाट्यशास्त्र का

नाट्यशास्त्र के द्वितीय अध्याय में शिव की किस मूर्ति की स्तुति की है।

(द) पृथ्वी मूर्ति की

नाट्यगृह का निरूपण नाट्यशास्त्र के अध्याय में है।

(स) तृतीय

अवस्थानुकृति को कहते है।

(ब) नाट्य

दशरूपक में किस नाम से ग्रंथ का विभाजन है।

(अ) अध्याय

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