Social Sciences, asked by annupriyajnvmadhuban, 5 months ago

नाथपंथियों, सिद्धों और योगियों के विश्वासों और आचार-व्यवहारों का वर्णन
करें।​

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Answered by Mannatvermagmailcom
8

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. नाथपंथियों, सिद्धों और योगियों के विश्वासों और आचार-व्यवहारों का वर्णन करें। उत्तर नामपंथी, सिद्ध और योगी इस काल में अनेक ऐसे धार्मिक समूह उभरे, जिन्होंने साधारण तर्क-वितर्क का सहारा लेकर रूढ़िवादी धर्म के कर्मकांडों और अन्य बनावटी पहलुओं तथा समाज-व्यवस्था की आलोचना की है।

Answered by Anonymous
50

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⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀❥hii

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⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀❥given

नाथपंथियों, सिद्धों और योगियों के विश्वासों और आचार-व्यवहारों का वर्णन

नाथपंथियों, सिद्धों और योगियों के विश्वासों और आचार-व्यवहारों का वर्णनकरें।

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नाथपंथियों, सिद्धों और योगियों के विश्वासों और आचार-व्यवहारों का वर्णन

नाथपंथियों, सिद्धों और योगियों के विश्वासों और आचार-व्यवहारों का वर्णनकरें।

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❥इस काल में अनेक ऐसे धार्मिक समूह ब्रेड जिन्होंने साधारण तर्क वितर्क का सहारा लेकर रूढ़िवादी धर्म के कर्मकांड और अन्य बनावटी पहलुओं तथा समाज व्यवस्था की आलोचना की उसमें नाथपंथी स्थित चार और योगी जानू लिखनी है उन्होंने संचार का परित्याग करने का समर्थन किया उनके विचार से निराकार परम सत्य का चिंतन मनन और उसके साथ एक हो जाने की अनुमति मौत का मार्ग है इसके लिए उन्होंने अपने योगासन प्राणायाम और चिंतन मन जैसी क्रियाओं के माध्यम से मन एवं शरीर को कठोर परीक्षा देने की आवश्यकता पर बल दिया यह जम्मू खासतौर पर निश्चित ही जाने वाली जातियों में बहुत लोकप्रिय हुए उनके द्वारा की गई रूढ़िवादी धर्म की आलोचना ने भक्तमाल भी धर्म के लिए आधार तैयार किया जो आगे चलकर उत्तरी भारत में लोकप्रिय बन गया .

❥आशा है यह उत्तर आपकी मदद करेगा

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