Hindi, asked by aarezahmad0, 10 months ago

'नमक का दारोगा' कहानी में पंडित अलोपीदीन के व्यक्तित्व के कौन से दो पहलू (पक्ष)
उभरकर आते हैं?
कटानी के भी
-नाई को उजागर करते हैं।​

Answers

Answered by shishir303
0

O नमक का दारोगा' कहानी में पंडित अलोपीदीन के व्यक्तित्व के कौन से दो पहलू (पक्ष)  उभरकर आते हैं?

‘नमक का दरोगा’ कहानी में पंडित अलादीन के व्यक्तित्व के दो पहलू (पक्ष) उभरकर सामने सामने आते हैं...

पहला पक्ष : पंडित अलोपदीन इस पक्ष में पैसा कमाने के लिए रिश्वत देकर अपना हर कार्य करने वाले एक भ्रष्ट व्यक्ति के रूप में उभर कर आते हैं, जो सफेदपोश व्यक्तित्व का चोला ओढ़े रहता है, यानी बाहर से वह दिखने में खुद को शरीफ प्रदर्शित करता है, लेकिन अंदर ही अंदर उसमें कुछ अवगुण भी हैं। वह लोगों पर अन्याय करता है और अनैतिक एवं रिश्वत देकर अपने कार्यों को संपन्न करने से भी संकोच नहीं करता।

दूसरा पक्ष : कहानी के अंत में पंडित अलोपदीन का एक उज्जवल चरित्र भी उभरकर सामने आता है। जहां पर वह दरोगा बंशीधर की ईमानदारी का सम्मान करते हैं और दरोगा की ईमानदारी से प्रभावित होकर उसे अपने यहाँ अच्छा पद तक देने की पेशकश करते हैं। यह चरित्र उनकी सहृदयता और ईमानदारी का सम्मान करने का गुण प्रदर्शित करता है।

○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○

संबंधित कुछ अन्य प्रश्न—▼

नमक का दरोगा कहानी की मूल संवेदना

https://brainly.in/question/1995335

.............................................................................................................................................  

कहानी के लगभग सभी पात्र समाज की किसी-न-किसी सच्चाई को उजागर करते हैं। निम्नलिखित पात्रों के संदर्भ में पाठ से उस अंश को उदधृत करते हुए बताइए कि यह समाज की किस सच्चाई को उजागर करते हैं (नमक का दरोगा)

(क) वृदध मुंशी  

(ख) वकील  

(ग) शहर की भीड़

https://brainly.in/question/10930092

○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○

Similar questions