❤️❤️Name the most famous dohas of Kabir & Rahim Minimum 5 each Don't post spam ans. I will definitely mark you as the brainlist answer. Be careful in answer ❤️❤️
Answers
Answer:
कबीर
1. गुरु गोविंद दोनों खड़े, काके लागूं पाँय ।
बलिहारी गुरु आपनो, गोविंद दियो मिलाय ॥
2. बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय ।
जो दिल खोजा आपना, मुझसे बुरा न कोय।।
3. चिंता ऐसी डाकिनी, काट कलेजा खाए |
वैद बेचारा क्या करे, कहा तक दवा लगाए ||
4. दुख: में सुमिरन सब करे, सुख में करे न कोई ।
जो सुख में सुमिरन करे, तो दुःख काहे को होय ॥
5. कबीर गर्व न कीजिय, ऊंचा देखि आवास
काल परों भूईं लेटना, ऊपर जमसी घास ||
_________________________☺️
रहीम
1. “रहिमन धागा प्रेम का, मत तोरो चटकाय , टूटे पे फिर ना जुरे, जुरे गाँठ परी जाय”
2. तरुवर फल नहिं खात है, सरवर पियहि न पान। कहि रहीम पर काज हित, संपति सँचहि सुजान
3. “रहिमन ओछे नरन सो, बैर भली न प्रीत | काटे चाटे स्वान के, दोउ भाँती विपरीत |”
4. “एकहि साधै सब सधैए, सब साधे सब जाय | रहिमन मूलहि सींचबोए, फूलहि फलहि अघाय |”
5. “रहिमन विपदा हु भली, जो थोरे दिन होय | हित अनहित या जगत में, जान परत सब कोय |”
Hope it helps......
@Hopeless❤️
Explanation:
कबीर
1. गुरु गोविंद दोनों खड़े, काके लागूं पाँय ।
बलिहारी गुरु आपनो, गोविंद दियो मिलाय ॥
2. बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय ।
जो दिल खोजा आपना, मुझसे बुरा न कोय।।
3. चिंता ऐसी डाकिनी, काट कलेजा खाए |
वैद बेचारा क्या करे, कहा तक दवा लगाए ||
4. दुख: में सुमिरन सब करे, सुख में करे न कोई ।
जो सुख में सुमिरन करे, तो दुःख काहे को होय ॥
5. कबीर गर्व न कीजिय, ऊंचा देखि आवास
काल परों भूईं लेटना, ऊपर जमसी घास ||
रहीम
1. “रहिमन धागा प्रेम का, मत तोरो चटकाय , टूटे पे फिर ना जुरे, जुरे गाँठ परी जाय”
2. तरुवर फल नहिं खात है, सरवर पियहि न पान। कहि रहीम पर काज हित, संपति सँचहि सुजान
3. “रहिमन ओछे नरन सो, बैर भली न प्रीत | काटे चाटे स्वान के, दोउ भाँती विपरीत |”
4. “एकहि साधै सब सधैए, सब साधे सब जाय | रहिमन मूलहि सींचबोए, फूलहि फलहि अघाय |”
5. “रहिमन विपदा हु भली, जो थोरे दनहित या जगत में, जान परत सब कोय |”