ननम्नललखित गद्यांश को पढ़कर उस पर पूछे गए प्रश्नों से सिी उत्तर ललखिए| (6x1=6) मुझे लगता हैजैसे क्वार के ददन आ गए हैं। मेरे गााँव के चारों ओर पानी दहलोरें ले रहा है। दरू के मसवान से िहकर आए हुए मोथा और साईं की अधगली घासें, घेऊर और िनप्िाज की जडें तथा नाना प्रकार की िरसाती घासों के िीज, सूरज की गरमी में खौलतेहुए पानी में सडकर एक पवचचत्र गंध छोड रहे हैं। रास्तों में कीचड सूख गिा हैऔर गााँव के लडके क्रकनारों पर झागभरे जलाििों में धमाके से कूद रहे हैं। अपने-अपनेमौसम की अपनी-अपनी िातें होती हैं। आर्ाढ़ में आम और जामुन न ममलें, चच ंता नहीं, अगहन में चचउडा और गुड न ममले, दखु नहीं, चैत के ददनों में लाई के साथ गुड ।की पट्टी न ममले, अफ़सोस नहीं, पर क्वार के ददनों में इस गंधपूर्ा झागभरे जल में कूदना न हो तो िडा िुरा मालूम होता है। मैंभीतर हुडक रहा था। दो-एक ददन ही तो कूद सका था, नहा-धोकर िीमार हो गिा। हलकी िीमारी न जाने क्िों मुझेअच्छी लगती है। थोडा-थोडा ज्वर हो, सर में साधारर् ददाऔर खाने के मलए ददनभर नींिूऔर सािू। लेक्रकन इस िार ऐसी चीज नहीं थी ज्वर जो चढा तो
चढता ही गिा। रजाई पर रजाई-और उतरा रात िारह िजे के िाद
अ .लेखक को क्िा लगता है ?
ि.पानी के साथ कौनसी घासें िहकर आ जातीं हैं ?
स .िच्चे कहााँकूद रहे हैं ?
द.लेखक आर्ाढ़ में क्िा न ममलने की िात कह रहा है ?
त.लेखक अगहन में क्िा न ममलने की िात कह रहा है ?
थ .लेखक को क्वार में क्िा करना अच्छा लगता है?
Answers
Answered by
0
Answer:
i dont know okk bye dear heeee
Similar questions