Hindi, asked by AhanaAnand2408, 10 months ago

ननम्नमल खित गदर्ांश िें रेिांककत संज्ञा शब्दों, सवयनाि शब्दों तथा कारक शब्दों के भेद

बताइए।

1. एक जंगल िें(कारक भेद) पररजात का एक पेड़ था। पररजात(संज्ञा भेद) का कोई िकाबला

न ीं था। उसकी सदरता (संज्ञा भेद) बेजोड़ थी। उसका (सवयनाि भेद) रंग-रूप ननराला था।

पररजात को भी अपने(सवयनाि भेद) गणों का परा-परा पता था। नील आसिान ि सर

उठाए इस शान से(कारक भेद) िड़ा र ता, िानों पेड़ों (संज्ञा भेद) का सरताज ो। जब ब ार

के (कारक भेद) हदन आते तो पररजात अनगगनत नन् ें-नन् फलों स लद जाता, लगता िानों

ककसी (सवयनाि भेद) ने आकाश से(कारक भेद) सारे तारे तोड़कर पररजात की शािाओं पर

टाक हदए ो। नन् फलों स झल िलाता पररजात जब (सवयनाि भेद) सगध भरी पराग

जंगल िें बबिेरता तो (सवयनाि भेद) जगल नदन बन जाता। चबक की तर पररजात सबको

(कारक भेद) अपनी तरफ़ िींचता, स्जसे देिो, व ी पररजात की तरफ़ भागता । सतरंगी शालें

ओढे चटकीली नततमलर्ााँ स े मलर्ों के साथ झड (संज्ञा भेद) का झड बनाकर पररजात का

श्गार दिन आती तथा जात-जात फलों को िीचकर ढरों पराग अपन साथ ल जाती। PLZ HELP ME ​

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Answered by karansaw14366
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Answer:

एक जंगल िें(संबंध कारक ) पररजात का एक पेड़ था। पररजात(व्यक्तिवाचक संज्ञा ) का कोई िकाबला

न ीं था। उसकी सदरता (भाववाचक संज्ञा ) बेजोड़ थी। उसका (पुरूषवाचक सर्वनाम ) रंग-रूप ननराला था।

पररजात को भी अपने(निज वाचक सर्वनाम) गणों का परा-परा पता था। नील आसिान ि सर

उठाए इस शान से(करण कारक ) िड़ा र ता, िानों पेड़ों (जतिवाचकसंज्ञा ) का सरताज ो। जब ब ार

(संबंध कारक ) हदन आते तो पररजात अनगगनत नन् ें-नन् फलों स लद जाता, लगता िानों

ककसी ( भेद) ने आकाश से(करण कारक ) सारे तारे तोड़कर पररजात की शािाओं पर

टाक हदए ो। नन् फलों स झल िलाता पररजात जब सगध भरी पराग

जंगल िें बबिेरता तो जगल नदन बन जाता। चबक की तर पररजात सबको

(कारक भेद) अपनी तरफ़ िींचता, स्जसे देिो, व ी पररजात की तरफ़ भागता । सतरंगी शालें

ओढे चटकीली नततमलर्ााँ स े मलर्ों के साथ झड (संज्ञा भेद) का झड बनाकर पररजात का

श्गार दिन आती तथा जात-जात फलों को िीचकर ढरों पराग अपन साथ ल जाती।

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