National Festivals of India' in Hindi | 'Bhartiya Rashtriya Tyohar' par Nibandh (220 Words)
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स्वतन्त्रता दिवस , गणतन्त्र दिवस और महात्मा गांधी जयंती , भारत के राष्ट्रीय त्योहार है। राष्ट्रीय त्योहार का तात्पर्य उन त्योहार से है जिनका संबंध किसी विशेष धर्म , समाज, संस्कृति ,क्षेत्र से नहीं है। इन सभी त्योहारों को देश के सभी नागरिक एवं सभी शासकीय कार्यालयों , विद्यालयों द्वारा मनाया जाता है ।
स्वतन्त्रता दिवस : ब्रिटिश शासन द्वारा 200 साल तक राज करने के बाद ,15 अगस्त 1947 ,को भारत देश स्वतंत्र हुआ। इसी कारण से 15 अगस्त को भारत का स्वतन्त्रता दिवस घोषित किया गया। इस दिन पूरे देश मे राष्ट्रीय अवकाश होता है। भारत के प्रधान मंत्री , स्वतन्त्रता दिवस के अवसर पर , दिल्ली के लाल किला मे राष्ट्रीय ध्वज़ तिरंगा फहराते है। इसके साथ ही सभी राष्ट्रगान गाते है । इस दिन प्रधान मंत्री देश की जनता को अपने भाषण से संबोधित करते है।
गणतन्त्र दिवस: स्वतन्त्रता के बाद , भारत के सविधान की रचना हुई । 26 जनवरी 1950 को , भारत के सविधान को लागू किया गया । इस उपलक्ष्य मे , प्रति वर्ष 26 जनवरी को गणतन्त्र दिवस के रूप मे मनाया जाता है। इस दिन पूरे देश मे राष्ट्रीय अवकाश होता है। राजधानी दिल्ली के इंडिया गेट पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, जिसमे देश के राष्ट्रपति सभी को संबोधित करते है। सेना के विभिन्न अंगो द्वारा एक विशेष परेड की जाती है। अलग अलग राज्यो से भिन्न भिन्न विषयो पर झाकियाँ प्रस्तुत की जाती हैं।
महात्मा गांधी जयंती : ब्रिटिश शासन से भारत को आजाद कराने मे मोहनदास करमचंद गांधी जिन्हे सम्मान से महात्मा गांधी भी कहा जाता है , का बहुत बड़ा योगदान रहा है। महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर गुजरात मे हुआ था। इसलिए प्रति वर्ष 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी जयंती के रूप मे मनाया जाता है। इस दिन पूरे देश मे राष्ट्रीय अवकाश होता है। महात्मा गांधी अहिन्सा को परम धर्म मानते थे, इसीलिए 2 अक्टूबर को विश्व अहिन्सा दिवस घोषित किया गया है।
Answer:
भारत के राष्ट्रीय पर्व पर निबंध
भारत त्यौहारों की भूमि है। यहां कई धार्मिक पर्व और राष्ट्रीय पर्व मनाये जाते है। गांधी जयंती, गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस देश में मनाए जाने वाले तीन राष्ट्रीय पर्व हैं। भारत सरकार ने देश के राष्ट्रीय पर्वो पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित कर दिया है। देश भर में सभी स्कूल, कॉलेज, कार्यालय और बाजार इन पर्वो पर बंद होते हैं। विभिन्न आवासीय सामाजिक लोग भी इन त्यौहारों का जश्न मनाने के लिए एकत्रित होते हैं। वे आमतौर पर सुबह के समय इन राष्ट्रीय त्यौहारो को मनाते हैं। जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है, देशभक्ति गीत गाया जाता है और आमतौर पर लोगों के लिए चाय-नाश्ते या दोपहर के भोजन की भी व्यवस्था की जाती है।
स्वतंत्रता दिवस, गांधी जयंती और गणतंत्र दिवस भारत के तीन राष्ट्रीय पर्व हैं। इनमे से प्रत्येक त्यौहारों का अपना-अपना महत्व और प्रासंगिकता है। ये विभिन्न कारणों से मनाए जाते हैं, इन त्यौहारों और उनके महत्व के बारे में यहां संक्षिप्त विवरण दिये गये है:
स्वतंत्रता दिवस
15 अगस्त 1947 के दिन भारत को आजादी मिली थी और तभी से प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह स्वतंत्रता दिवस उन स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान देने के लिए भी मनाया जाता है जिन्होंने हमारे देश की आजादी के लिए निःस्वार्थ रूप से अपने प्राणों का बलिदान दिया। प्रत्येक वर्ष उनके इन वीर कार्यो के लिए उन्हें याद किया जाता हैं। स्वतंत्रता आंदोलनों और स्वतंत्रता सेनानियों की बहादुरी का वर्णन करने वाले भाषण महान आत्माओं का सम्मान करने और देश के युवाओं को प्रेरित करने के लिए दिए जाते हैं। इस दिन देश भर के विभिन्न स्थानों पर ध्वजारोहण के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैंl
गणतंत्र दिवस
भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को प्रारुप में आया था। इसे हमारे देश के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण दिन के रुप में माना जाता है। संविधान के गठन के साथ, भारत एक प्रभुत्व राज्य बना और तभी से 26 जनवरी को पुरे देश भर में अति उत्साह के साथ मनाया जाने लगा। मुख्यतः गणतंत्र दिवस समारोह नई दिल्ली के राजपथ में आयोजित किया जाता है। इस कार्यक्रम के दौरान परेड, नृत्य और कई अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जो भारत के संविधान के प्रति हमारे सम्मान को दर्शाते है। इस दिन देश भर में कई छोटे-बड़े कार्यक्रम आयोजित कर जश्न मनाया जाता हैं।