NCERT कक्षा 12 इतिहास - भारतीय इतिहस के कुछ विषय - भाग 2 ,पाठ 5 यात्रियों के नज़रिए के सभी प्रश्न उत्तर
Answers
उत्तर दीजिए (लगभग 100 से 150 शब्दों में) किताब-उल-हिन्द पर एक लेख लिखिए।
उत्तर दीजिए (लगभग 100 से 150 शब्दों में) इन बतूता और बर्नियर ने जिन दृष्टिकोणों से भारत में अपनी यात्राओं के वृत्तांत लिखे थे, उनकी तुलना कीजिए तथा अंतर बताइए।
उत्तर दीजिए (लगभग 100 से 150 शब्दों में) बर्नियर के वृत्तांत से उभरने वाले शहरी केंद्रों के चित्र पर चर्चा कीजिए।
उत्तर दीजिए (लगभग 100 से 150 शब्दों में) इब्न बतूता द्वारा दास प्रथा के संबंध में दिए गए साक्ष्यों का विवेचन कीजिए।
उत्तर दीजिए (लगभग 100 से 150 शब्दों में) सती प्रथा के कौन से तत्वों ने बर्नियर का ध्यान अपनी ओर खींचा?
निम्नलिखित पर एक लघु निबंध लिखिए (लगभग 250-300 शब्दों में) जाति व्यवस्था के संबंध में अल-बिरूनी की व्याख्या पर चर्चा कीजिए।
निम्नलिखित पर एक लघु निबंध लिखिए (लगभग 250-300 शब्दों में) क्या आपको लगता है कि समकालीन शहरी केंद्रों में जीवन-शैली की सही जानकारी प्राप्त करने में इब्न बतूता का वृत्तांत सहायक है? अपने उत्तर के कारण दीजिए।
निम्नलिखित पर एक लघु निबंध लिखिए (लगभग 250-300 शब्दों में) चर्चा कीजिए कि बर्नियर का वृत्तांत किस सीमा तक इतिहासकारों को समकालीन ग्रामीण समाज को पुननिर्मित करने में सक्षम करता है?
निम्नलिखित पर एक लघु निबंध लिखिए (लगभग 250-300 शब्दों में) यह बर्नियर से लिया गया एक उद्धरण है:
ऐसे लोगों द्वारा तैयार सुंदर शिल्पकारीगरी के बहुत उदाहरण हैं, जिनके पास औज़ारों का अभाव है, और जिनके विषय में यह भी नहीं कहा जा सकता कि उन्होंने किसी निपुण कारीगर से कार्य सीखा है। कभी-कभी वे यूरोप में तैयार वस्तुओं को इतनी निपुणता से नकल करते हैं कि असली और नकली के बीच अंतर कर पाना मुश्किल हो जाता है। अन्य वस्तुओं में, भारतीय लोग बेहतरीन बंदूकें, और ऐसे सुंदर स्वर्णाभूषण बनाते हैं कि संदेह होता है कि कोई यूरोपीय स्वर्णकार कारीगरों के इन उत्कृष्ट नमूनों से बेहतर बना सकता है। में अकसर इनके चित्रों की सुंदरता, मृदुलता तथा सूक्ष्मता से आकर्षित हुआ हूँ।
उसके द्वारा लिखित शिल्प कार्यों को सूचीबद्ध कीजिए तथा इसकी तुलना अध्याय में वर्णित शिल्प गतिविधियों से कीजिए।
मानचित्र कार्य- विश्व के सीमारेखा मानचित्र पर उन देशों को चिह्नित कीजिए जिनकी यात्रा इब्न बतूता ने की थी। कौन-कौन से समुद्रों को उसने पार किया होगा?
The highlight of the book was his distinctive style of writing. He extensively compared the Indian culture with other cultures. The book talks about the “caste system” in India and tried to explain it by looking for parallels in other societies. He also mentioned in his book that social divisions were not unique in India.
This is kitab ul Hind