Hindi, asked by master1113, 1 year ago

Notice writing about Sheikh Zayed Grand mosque in Hindi

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Answered by fathimahamna
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Hey mate . Here is your answer .

There's no train to Abu Dhabi. And assuming you don't want to take a flight/drive / taxi - as was the case with some of us - the bus is most comfortable. Board from Al Ghubaiba/ Ibn Batuta bus station. Carry a book, stretch your legs, eat an apple. You reach in an hour and a half. But once in Abu Dhabi, take a cab to the mosque. The taxi meter there is cheaper than in Dubai, so you can reach the mosque from the bus station for under Dh30.

As you approach the vicinity of this beautiful grand mosque, there is nothing that you will notice but this white marbel structure that you cannot help but marvel. It will captivate not only your eyes but also your heart and you feel a hypnotic pull towards it.

Here's why you should visit/ revisit the mosque:

Of course the weather is just perfect to enjoy and absorb the beauty of the mosque. There is a certain stillness and calm once you step inside the mosque. However, much disturbance or commotion there maybe outside, but once you set in foot in to this architectural work of art, you will feel every kind of noise from within or outside subsides.

1. For the natural light: Pay attention. As you drive up to the mosque, and depending on the time of the day, the white marble structure - four minarets, 138 domes - radiates colours of the sky, the sun and the moon. The evening blue light appears different everyday. Plan your visit to the mosque about a couple of hours before sunset (stay for sunset). Soak in the beauty and intracacies of the architecture by daylight and then watch the receeding sunlight through the pillars. The grandeur of the mosque is magnificient during the day and after sunset as soon as the mosque is lit up with lights, its huge courtyard begins to feel magical as if you are in some fairytale land.

2. Architecture and floral motifs All that marble work, and the floral vines at the eastern foyer. The influences of Mughal and Moorish design. Blue plumbago carved on to the walls, lilies on the marble floorings. The details need to be zoomed into. See if the leaves of Pergularia Tomentosa look familiar. It is quite a possibility that you have seen them grow in the desert? In Arabic it's ghalqah.

The colours of the walls, columns and the carpet are harmonised transforming the entire mosque into a symphony of colours and shades. Also, innovative techniques were used for the decoration of crowned columns. The crowns are not located on the top of the columns but at the bottom.

3. Photography: The mosque is 84,000m of a selfie haven - If that's your thing. Be warned though: posers are everywhere. But they can be overlooked, and you can focus on the archways and minarets. There are so many aspects to the grand Mosque from stunning interiors to domes and minarets and fountains to the beautiful pillars with inlaid flowers. That one is almost spoiled for choice.

4. Attire: A chance for non-Muslims to wear an abaya (the black robe worn by Muslim women). These are provided to them for free. To adhere to 'mosque manners' women have to turn up in loose, covered clothes, and a headscarf. Not even a bit of wrist can flash. And if a little skin does show, they politely tell you to head to the clothing section underground, near the parking lot, to cover up fully. Men are allowed more leeway.

5. Tourism tick mark: The weather is great to be outdoors and do something touristy. Plus you get to see where singer Rihanna posed and faced flak for inappropriate/ disrespectful poses and was asked to leave. Rihanna was asked to leave the Shaikh Zayed Grand Mosque after posing for pictures that did not 'conform to conditions' of the religious monument.

6. Free lesson in manners: Entrance is free. But the when-in-Rome logic applies. The mosque is a reminder to abide by the rules and respect the ways and tradition of another culture. Visitors can do with reminding themselves the mosque is a place of worship, the loud talking and laughing needs to stop, and shrieking children reigned in. And when the guards tell you to not pose without your head covered, obey.

7. Beats being in a mall: A family from Italy had flown down to Abu Dhabi for the weekend to relax. The only touristy thing they did was visit the mosque. One sees more nationalities in this mosque than one does in a mall perhaps. It's a great place to observe people, too.

Hope it helps you .

fathimahamna: oh
fathimahamna: i forgot it should be in hindi
fathimahamna: i am sorry
Answered by tusharyoo123
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आबु धाबी- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को अपनी दो दिनों की यात्रा पर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) पहुंच गए हैं। रविवार शाम को वे भारतीय वर्करों के बीच पहुंचे और उनका हालचाल पूछा। पीएम मोदी ने उनके साथ फोटो भी खिंचवाई। इससे पहले पीएम आबु धाबी की मशहूर शेख जायद मस्जिद पहुंचे। यह पहला मौका था जब मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद किसी मस्जिद में पहुंचे हैं। मस्जिद में पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर लोगों से मुलाकात की। वहां मौजूद भारतीय कम्युनिटी के लोगों ने मोदी-मोदी के नारे लगाए।

इससे पहले पीएम रविवार शाम 4.30 बजे आबु धाबी एयरपोर्ट पहुंचे थे। वहां उनका यूएई सरकार की ओर से शानदार स्वागत किया गया। हवाई अडडे पर आबु धाबी के शहजादे और उनके पांच भाइयों ने प्रोटोकाल से हटते हुए पीएम मोदी का स्वागत किया। पीएम मोदी ने यहां पहुंचकर अंग्रेजी और अरबी लैंग्वेज में ट्वीट किया। लिखा, "हैलो यूएई। मैं इस दौरे को लेकर आशावादी हूं। मुझे उम्मीद है कि इस यात्रा से भारत-यूएई के बीच संबंधों को और भी मजबूती मिलेगी।" 

किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा 34 साल बाद यूएई की यात्रा पर यहां पहुंचे मोदी ने 1,80,000 वर्ग फुट के प्रांगण वाली शेख जायेद भव्य मस्जिद का दीदार किया। क्रीम रंग का कुर्ता और सफेद और नारंगी रंग का अंगवस्त्रम पहने मोदी ने लगभग 54 करोड़ डालर की लागत से बनी इस मस्जिद को देखा और इस इबादतगाह के सात आकारों वाले 82 गुंबदों में खास रूचि दिखाई।

इस दौरे में पीएम मोदी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव एस जयशंकर एवं अन्य अधिकारी भी आये हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने आबु धाबी के प्रिंस एचएच शेख मोहम्मद बिन जाएद अल नह्यन और यूएई के उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद और यूएई सरकार के अन्य नेताओं के साथ मुलाकात की। मोदी ने यूएई के प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जाएद का शुक्रिया अदा किया। बता दें कि वह बीते 34 साल में यूएई जाने वाले पहले भारतीय पीएम हैं। इसके पहले 1981 में इंदिरा गांधी यूएई के दौरे पर गई थीं। इस देश में 26 लाख भारतीय रहते हैं।

मोदी ने यूएई के चर्चित न्यूज पेपर 'खलीज़ टाइम्स' को दिए एक इंटरव्यू में संयुक्त अरब अमीरात को ‘मिनी इंडिया’ बताते हुए इस देश को दिल के बेहद करीब बताया। उन्होंने कहा, "हमें गर्व है कि भारतीय समुदाय ने न केवल यूएई के विकास और प्रगति, बल्कि भारत की आर्थिक प्रगति में भी योगदान किया है।" साथ ही कहा कि भारत में जिस तरह के आर्थिक सुधार हो रहे हैं, उसे देखते हुए यूएई के लिए भारत पूंजी निवेश का एक आकर्षक और सुरक्षित स्थान बन सकता है। उन्होंने कहा कि भारत चाहता है कि वह यूएई के साथ मिलकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में काम करे। साथ ही आतंकवाद के खिलाफ मिलकर मुकाबला करे।

यूएई रवानगी से पहले पीएम मोदी ने कहा था कि दोनों ही देश एक-दूसरे को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। खाड़ी देश, भारत की इकोनॉमी, पावर और सिक्युरिटी सेक्टर के लिए काफी मायने रखता है। उन्होंने कहा कि हमने संकल्प लिया है कि एक-दूसरे से लगातार उच्च-स्तरीय बातचीत बनाए रखेंगे। साथ ही सामरिक साझेदारी को मजबूत बनाएंगे।

पीएम मोदी अपने दो दिन के दौरे के दौरान आज दुबई पहुंचंगें। दुबई और रात 9 बजे क्रिकेट स्टेडियम में भारतीयों को भी संबोधि‍त करने वाले हैं। गौरतलब है, क्रिकेट स्टेडियम में सोमवार को होने वाले रिसेप्शन के लिए 50 हजार भारतीयों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। रजिस्ट्रेशन www.namoindubai.ae वेबसाइट पर कराया गया है। यहां आने के लिए लोगों के उत्साह का अंदाजा इसी से मिलता है कि बुधवार दोपहर तक 42 हजार लोगों के रजिस्ट्रेशन हो चुके थे। स्टेडियम के बाहर बड़े स्क्रीन लगवाए गए हैं, ताकि बाहर खड़े लोगों को भी पीएम को सुनने में दिक्कत न हो। कार्यक्रम के दौरान इलाके का तापमान 40 डिग्री के आसपास रह सकता है। गर्मी से निपटने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।

सूत्रों की मानें तो, भारत यूएई से दुबई में मौजूद अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की संपत्ति जब्त करने की बात करेगा। भारतीय समय के मुताबिक पीएम मोदी आज सुबह 10 बजे मस्दर सिटी जाएंगे। साढ़े दस बजे वह बिजनेसमैन के साथ मीटिंग करेंगे। दोपहर डेढ़ बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूएई के शहजादा जायद अल नाहयान के बीच दिवपक्षीय औपचारिक वार्ता भी होगी।
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