Hindi, asked by priyadharshini7770, 1 year ago

ओस की बूँद क्रोध और घृणा से क्यों काँप उठी?

Answers

Answered by nikitasingh79
461
ओस की बूंद क्रोध और घृणा से इसलिए कांप उठे क्योंकि पेड़ की जड़े तथा जड़ों पर उगने वाले रोएं बड़े ही निर्दयी होते हैं । यह अनगिनत बूंदों एवं जल कणों को बलपूर्वक प्रति से खींच लेते हैं । कुछ जल कणों एवं बूंदों को तो यह एकदम से नष्ट कर देते हैं और अधिकांश का तो सब कुछ छीन कर उन्हें बाहर निकाल देते हैं ।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।
Answered by banoshahiha
9

Answer:

ओस की बूंद क्रोध और घृणा से इसलिए कांप उठे क्योंकि पेड़ की जड़े तथा जड़ों पर उगने वाले रोएं बड़े ही निर्दयी होते हैं । यह अनगिनत बूंदों एवं जल कणों को बलपूर्वक प्रति से खींच लेते हैं । कुछ जल कणों एवं बूंदों को तो यह एकदम से नष्ट कर देते हैं और अधिकांश का तो सब कुछ छीन कर उन्हें बाहर निकाल देते हैं |

Explanation:

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ओस की बूंद क्रोध और घृणा से इसलिए कांप उठे क्योंकि पेड़ की जड़े तथा जड़ों पर उगने वाले रोएं बड़े ही निर्दयी होते हैं । यह अनगिनत बूंदों एवं जल कणों को बलपूर्वक प्रति से खींच लेते हैं । कुछ जल कणों एवं बूंदों को तो यह एकदम से नष्ट कर देते हैं और अधिकांश का तो सब कुछ छीन कर उन्हें बाहर निकाल देते हैं | ne are shor this are very helpful and ican try to find short and easy answer thankyou "have a nice day" ' friends ' .

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