History, asked by aagerwal8959, 10 months ago

औद्योगिक क्रांति के कारण विभिन्न क्षेत्रों में हुए परिवर्तनों का उल्लेख कीजिए।

Answers

Answered by kolhapureshraddha8
1

Explanation:

उत्पादन में वृद्धि से वस्तुओं की उपलब्धता बढ़ी।

उत्पादन में वृद्धि से निर्यात में वृद्धि।

स्वतंत्र कारीगर कारखानों से प्रतिस्पर्द्धा नहीं कर सके, फलत: कुटीर उद्योग समाप्त हो गए।

बड़े-बड़े कृषि फार्मों की स्थापना के कारण छोटे किसानों को रोज़गार की तलाश में गाँवों से शहरों की ओर जाना पड़ा।

औद्योगिक केंद्रों के आस-पास नवीन नगरों का विकास हुआ।

अब शहर आर्थिक गतिविधियों का आधार बन गए।

बाज़ारों की आवश्यकता ने सरकारों को उपनिवेश प्राप्ति के लिये प्रेरित किया।

उत्पादक और उपभोक्ता के बीच प्रत्यक्ष संबंध समाप्त हो गया।

औद्योगिक पूंजीवाद का जन्म हुआ।

सामाजिक प्रभाव

औद्योगिक क्रांति से नए सामाजिक वर्गों का उदय हुआ जैसे- मज़दूर एवं पूंजीपति।

अब आर्थिक मापदंड संबंधों का मुख्य सूत्र बन गया।

संबंधों का अर्थ आधारित होने से समाज में आर्थिक असुरक्षा की भावना बढ़ गई।

समाज में मध्यम वर्ग का प्रभाव बढ़ गया।

श्रमिकों में सामाजिक चेतना का उदय।

संयुक्त परिवार के स्थान पर एकल परिवारों की संख्या में वृद्धि।

श्रमिकों के शोषण से वर्ग-संघर्ष की शुरुआत।

औद्योगिक नगरों व केंद्रों की जनसंख्या बढ़ने से उनमें स्वास्थ्य संबंधी अनेक समस्याएँ उत्पन्न हो गईं।

श्रमिकों को अमानुषिक एवं निराशाजनक परिस्थितियों में काम करना पड़ता था।

बाल श्रम की कुप्रथा व्यापक स्तर पर प्रचलित हो गई थी।

चिकित्सा क्षेत्र में हुई महत्त्वपूर्ण खोजों के कारण मृत्यु दर में कमी आई।

जनसंख्या वृद्धि से आवास समस्या बढ़ी और साथ ही बेरोज़गारी में वृद्धि हुई।

महिलाओं के अधिकारों के समर्थन में जनमत निर्मित हुआ।

राजनीतिक प्रभाव

औद्योगिक क्रांति के फलस्वरूप राज्य के प्रशासनिक कार्यों में वृद्धि हुई।

उभरते मध्यवर्ग की संसदीय सुधार की मांग के कारण मताधिकार का विस्तार हुआ।

राजनीतिक सत्ता भू-स्वामियों के हाथ से निकलकर उभरते मध्यवर्ग के हाथ में आ गई।

विचारधारा पर प्रभाव

नवीन अर्थशास्त्रियों ने पुरानी आर्थिक पद्धति के स्थान पर व्यापारिक स्वतंत्रता तथा उन्मुक्त व्यापार के सिद्धांत पर बल दिया।

मज़दूरों की दशा सुधारने एवं जनकल्याण की भावना ने समाजवादी विधारधारा को जन्म दिया।

ब्रिटेन का मानवतावदी उद्योगपति रॉबर्ट ओवन आदर्शवादी समाजवाद का प्रणेत्ता था।

कार्ल मार्क्स एवं एंगेल्स के विचारों और नेतृत्व में ‘वैज्ञानिक समाजवाद’ ने जन्म लिया।

न्यूज़लेटर सदस्यता

नाम

ईमेल

सब्सक्राइब करें एसएमएस अलर्ट

मोबाइल नंबर

सब्सक्राइब करें

हमारे बारे में

हमसे जुड़ें

हमसे संपर्क करें

1800-121-6260 / 011-47532596

कॉपीराइट © 2019 'दृष्टि द विज़न' फाउंडेशन, इंडिया | सर्वाधिकार सुरक्षित | गोपनीयता नीति

नोट्स देखने या बनाने के लिए कृपया लॉगिन या रजिस्टर करें|

Similar questions