पाँच औपचारिक पत्र लिखिऐ
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Answer:
प्रधानाचार्य,
विद्यालय का नाम व पता.............
विषय : (पत्र लिखने के कारण)।
माननीय महोदय,
पहला अनुच्छेद ......................
दूसरा अनुच्छेद ......................
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
क० ख० ग०
कक्षा......................
दिनांक ......................
व्यवसायिक-पत्र
प्रेषक का पता......................
दिनांक ......................
पत्र प्रापक का पदनाम,
पता......................
विषय : (पत्र लिखने का कारण)।
महोदय,
पहला अनुच्छेद ......................
दूसरा अनुच्छेद ......................
भवदीय,
अपना नाम
औपचारिक-पत्र की प्रशस्ति, अभिवादन व समाप्ति
प्रशस्ति - श्रीमान, श्रीयुत, मान्यवर, महोदय आदि।
अभिवादन - औपचारिक-पत्रों में अभिवादन नहीं लिखा जाता।
समाप्ति - आपका आज्ञाकारी शिष्य/आज्ञाकारिणी शिष्या, भवदीय/भवदीया, निवेदक/निवेदिका, शुभचिंतक, प्रार्थी आदि।
औपचारिक पत्रों के उदाहरण
(1) पुस्तक मँगाने के लिए प्रकाशक को लिखा गया पत्र-
सेवा में,
प्रकाशक,
मुँगेर,
महोदय,
मुझे मालूम हुआ है कि आपके यहाँ से 'सरल हिंदी लेख' नामक पुस्तक का प्रकाशन हुआ है, जो विद्यार्थियों के लिए उपयोगी है। मुझे इसकी एक प्रति चाहिए। बड़ी कृपा होगी यदि इस पुस्तक की एक प्रति वी० पी० पी० से मेरे नाम भेज देने का कष्ट करें। आपको विश्र्वास दिलाता हूँ कि मैं वी० पी० पी० अवश्य छुड़ा लूँगा। धन्यवाद।
आपका विश्वासी,
अशोक कुमार
मेरा पता-
अशोक कुमार ,
स्थान-पोस्ट-वासुदेवपुर
रेलवे-स्टेशन-पूरब सराय (मुँगेर)
(2) स्कूल फीस माफ कराने के लिए प्रधानाध्यापक को लिखा गया पत्र-
श्रीमान् प्रधानाध्यापक जी,
न्यू मिड्ल स्कूल, रायपुर।
मान्य महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं आपके स्कूल में सातवें वर्ग का एक बहुत ही निर्धन छात्र हूँ। मेरे पिताजी की मासिक आमदनी इतनी भी नहीं कि घर का सारा खर्च चल सके; स्कूल फीस देना तो दूर की बात है। मेरे पिताजी एक अपर प्राइमरी स्कूल में शिक्षक का काम करते हैं। मेरे अलावा घर में पाँच भाई-बहन भी है, जिनकी पढ़ाई का सारा भार मेरे पिताजी पर ही है।
ऐसी हालत में उनके लिए मेरी पढ़ाई का बोझ उठाना कठिन है। महँगाई से तो हम और परेशान हैं। अतः सादर प्रार्थना है कि आप मेरी, मेरे पिताजी की और परिवार की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखकर मेरी स्कूल फीस माफ कर दें ताकि मैं निश्रित होकर पढ़ाई जारी रख सकूँ। इस कृपा के लिए मैं आपका सदा आभारी रहूँगा।
आपका आज्ञाकारी छात्र,
विवेक कुमार
(3) विवाह पर अवकाश के लिए प्रार्थना-पत्र
सेवा में,
श्रीमान प्रधानाचार्य महोदय,
नवशान्ति पब्लिक स्कूल
दिल्ली रोड, मुरादाबाद
मान्यवर महोदय,
सविनय निवेदन यह है कि मेरी बड़ी बहिन का विवाह। ........ को होना निश्चित हुआ है। काम करने के लिए मेरा रहना आवश्यक है। इसलिए मुझे दिनांक......... से......... तक का तीन दिन का अवकाश प्रदान करने की कृपा करें।
सधन्यवाद।
आपका आज्ञाकारी शिष्य
लोकेश
कक्षा-चतुर्थ-बी
दिनांक: .......
Explanation:
सेवा में ,
श्रीमान प्रधानाध्यापक महोदय
द्वारा वर्ग शिक्षक
विषय शादी समारोह में जाने हेतु अवकाश
महोदय ,
महाशय सविनय निवेदन है कि मैं कल अपनी मासी की बेटी की शादी में जा रहा हूं और कुछ दिनों बाद वापस आऊंगा और अपना पठन-पाठन का कार्य जारी रखूंगा
अतः आप से नर्म निवेदन है कि मेरे इस प्रार्थना पत्र को स्वीकार करने की कृपा करें
आपका विश्वासी छात्र फुग्गी
वर्ग नवम
खंडे A
क्रमांक 24
दिनांक 12 .5 .19
धन्यवाद
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