Hindi, asked by ashinpthomas3, 2 months ago

पेड़ गाना विवाषया परी एकी पोस्टरी तैयारी कीरीना।

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Answered by s7b1576simran2436
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manaw shrinkhala

सकरी-कोटा मार्ग के वृक्षों को काटने का विरोध

बिलासपुर. शहर में होगी हरियाली तो, जीवन में रहेगी खुशहाली, पेड़-पौधे मत करो नष्ट, सांस लेने में होगा कष्ट, आओ पेड़ बचाएं, अपना गांव बचाएं जैसे स्लोगन लिखे तख्ती हाथों में लिए पर्यावरण प्रेमी व शहरवासियों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़े रविवार की सुबह कोटा मार्ग पर सुबह नौ बजे से हजारों की संख्या में पहुंचकर मानव शृंखला बनाई। पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए लोगों ने प्रशासन से विरोध जताया।

भीषण गर्मी के बाद भी पर्यावरण प्रेमियों में बच्चे-बड़े, महिला-पुरुष हर किसी ने तपती धूप में घंटों खड़े होकर पेड़ों को बचाने गुहार लगाई। लगभग 20 किलोमीटर की दूरी तक फैले इस मानव शृंखला ने पेड़-पौधों के काटने से होने वाले नुकसान को बैनर-पोस्टर के माध्यम से बताया। डॉ.सीवी रमन विश्वविद्यालय के कुलसचिव शैलेष पांडे ने कहा कि बचपन में स्कूल में किताबों में पढ़ाया गया कि पेड़ों को काटना नहीं चाहिए और हम आज सभी अपने बच्चों को भी यही पढ़ा रहे हैं। लेकिन अत्यंत दुखद है कि विकास के नाम पर बिलासपुर से कोटा मार्ग चौड़ीकरण में शीतल छाया और हवा देने वाले 4000 पेड़ काटे जाने वाले हैं। जरा सोचिएं वो प्यारे पक्षी जिनका घर भी वृक्ष है, जिनके छोटे बच्चे इन पेड़ों में रहते हैं, उनका क्या होगा? जब पेड़ ही नहीं रहेंगे तो वो सब गर्मी में मर जाएंगे। पेड़ों में भी जान होती है वो भी काट दिए जाएंगे तो इंसान कहां बैठेगा, कहां विश्राम करेगा, कितना नुकसान होगा इस विकास की लहर में।

विकास की ये शर्त बड़ी दुखदाई है। इस रोड में ज्यादा ट्रैफिक नहीं है तो किसलिए प्रकृति को कुपित किया जा रहा है, कोई सुनने को तैयार नहीं है। इस दौरान संपूर्ण मानव श्रृखंला के दौरान वृक्ष मित्रों भांति-भांति से वृक्ष बचाने का संदेश दिया। एक ओर जहां पर्यावरण संरक्षण के नारे लगे। वहीं जन स्वास्थ्य सहयोग केंद्र गनियारी के चिकित्सा कर्मियों ने गीतों के माध्यम से संदेश दिया। डॉ.सीवी रमन विश्वविद्यालय के कुलसचिव शैलेष पांडेय, शिवा मिश्रा, प्रथमेश मिश्रा, जसबीर सिंह, डॉ अविजित रायजादा, डॉ.रश्मि बुधिया, शैलेष शुक्ला, नंद कश्यप, कुमार गौरव, सविता प्रथमेश, डॉ. सुरेशचंद्र शर्मा, हर्ष द्विवेदी, वाणी राव, टेसू केशरवानी, सुबीर राय, एसपी चतुर्वेदी, दिव्या बाजपेयी, भागवत साहू समस्त ग्रामों के पंच, सरपंच, जयशंकर यादव सहित हजारों नागरिकों ने मानव शृंखला में भागीदारी दी।

आश्वासन देने पहुंचे प्रोजेक्टर मैनेजर

सकरी कोटा सड़क निर्माण संस्था छत्तीसगढ़ सड़क विकास निगम के सहायक प्रोजेक्ट मैनेजर अजय साहू ने सड़क विकास निगम के प्रतिनिधि के रूप में स्थल पर पहुंच कर जानकारी दी कि निगम व शासन अब सड़क का निर्माण14मीटर के स्थान पर 12 मीटर तक ही होगा और 10मीटर के पश्चात भी शोल्डर पर आने वाले वृक्षों को नहीं काटा जाएगा।

ऑटो, छोटा हाथी से पहुंचे लोग

मानव शृंखला बनाने के लिए शहर व गांव से हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। सभी पर्यावरण संरक्षण के लिए अपना कर्तव्य निभाने ऑटो, छोटा हाथी, साइकिल, रिक्सा, मोटरसाइकिल सहित अलग-अलग वाहनों से पहुंचे। सभी ने इस कार्य में हिस्सा लेकर विकास के नाम पर पर्यावरण को नष्ट करने विरोध जताया।

हजारों लोग पहुंचे गांव व शहर से

कोटा मार्ग पर बडी़ संख्या में बिलासपुर, सकरी, परसदा, भरनी, चोरभ_ी कला, गनियारी, नेवरा, भुंडा, भरारी, पथर्रा, मोहनभाठा, पीपरतराई,अमने, कोटा, डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय, जन स्वास्थ्य सहयोग केंद्र गनियारी के नागरिक सड़क किनारे वृक्षों को बचाने संबंधित नारे लिखे बैनर, गले में तख्तियां लटकाए एक-दूसरे का हाथ पकड़े खड़े रहे। यह सिलसिला सकरी मोड़ से आरंभ होकर कोटा शहर तक चला। तकरीबन 20 किमी की इस मानव श्रृंखला में हजारों नागरिकों ने हिस्सा लिया

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